वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 2 जून 2017 (सेदोक): वाटिकन स्थित अन्तरधर्म सम्वाद परमधर्मपीठीय परिषद ने रमादान एवं ईद अल-फ़ित्र के उपलक्ष्य में विश्व के समस्त इस्लाम धर्मानुयायियों के नाम एक सन्देश प्रकाशित कर ईसाई और मुसलमानों के बीच सौहार्दपूर्ण संबंधों की शुभकामना की है।
परमधर्मपीठीय समिति का सन्देश वाटिकन द्वारा शुक्रवार को प्रकाशित किया गया।
रमादान के दौरान रोज़ों के दिनों में प्रार्थनामय एकात्मता तथा ईद अल-फ़ित्र महापर्व के अवसर पर आनन्द, शांति एवं विपुल आध्यात्मिक वरदानों की मंगलकामना करते हुए परमधर्मपीठीय समिति ने अपने सन्देश में शांति निर्माण तथा शिक्षा द्वारा आपसी सम्मान के प्रति विशेष ध्यान आकर्षित कराया है।
सन्त पापा फ्राँसिस के विश्व पत्र “लाओदातो सी” को उद्धृत कर परमधर्मपीठीय समिति ने लिखा, “सन्त पापा फ्राँसिस पर्यावरण को नुकसान पहुँचानेवाली हमारी जीवन शैलियों की ओर ध्यान आकर्षित कराते हैं। मसलन, कुछेक दार्शनिक, धार्मिक एवं सांस्कृतिक परिप्रेक्ष्य ऐसे अवरोध प्रस्तुत करते हैं जो मानवजाति एवं प्रकृति के बीच बने सम्बन्धों को ख़तरे में डालते हैं। इस चुनौती का सामना करने के लिये सभी धर्मों के लोगों को एकजुट होकर प्रयास करना होगा।”
सन्देश में इस तथ्य को रेखांकित किया गया कि “विश्व एक सामान्य घर है, मानव परिवार के समस्त सदस्यों के रहने का यह निवास स्थल है। अस्तु, कोई भी एक व्यक्ति, देश या जाति के लोग धरती विषयक अपने निजी विचारों को अन्यों पर नहीं थोप सकते।” इसीलिये, सन्देश में कहा गया, “सन्त पापा फ्राँसिस नये सिरे से सम्वाद की अपील करते हैं जिसमें इस पर विचार किया जाये कि हम किस प्रकार धरती के भविष्य को संरचित कर रहे हैं क्योंकि पर्यवरणीय परिवर्तन से हम सभी का जीवन प्रभावित होता है।”
वाटिकन की समिति ने शुभकामना व्यक्त की कि समस्त इस्लाम धर्मानुयायियों को उपवास, प्रार्थना एवं कल्याणकारी कार्यों से उत्पन्न होनेवाली आशीष प्राप्त हो जिससे वे सम्पूर्ण मानवजाति के हित में शांति, न्याय एवं पर्यावरण की रक्षा हेतु प्रतिबद्ध हो सकें।
साभार – http://hi.radiovaticana.va/
वैटिकन की साइट पर पढ़िए संदेश – Vatican Message on Ramadan
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