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ज्योतिष : 12 राशि या लग्न अनुसार उनके फल-प्रभाव-परिणाम

ज्योतिष : 12 राशि या लग्न अनुसार उनके फल-प्रभाव-परिणाम


किसी भी जातक की जन्म कुण्डली में निम्नानुसार भाव मे राशि या लग्न होने पर उसका फल/विचार किया जाता है…

१. तनु   २. धन   ३. सहज    ४. सुख   ५. पुत्र   ६. शत्रु   ७. स्त्री   ८. मृत्यु   ९. धर्म  १० . कर्म  ११. लाभ   १२. व्यय 

मेष – मेष लग्न में जन्म लेने वाले व्यक्ति क्रोधी, स्वाभिमानी, धनवान, सही आचरण करने वाले होते हैं। उनकी अपने लोगों से विसंगति बनी रहती है। मगर वैभवशाली, पराक्रमी होते है। उन्हें जमीन के कार्यों में लाभ होता है। वे विदेशी भ्रमण करने वाले होते हैं। उन्हें व्यापार में खनिज, गैस, जमीन के कार्यों में तथा निर्माण में भवन, रोड, आकाश से सम्बंधित कार्यों में लाभ होता है।

वृषभ – वृष लग्न वाले लोग बुद्धिमान प्रिय बोलने वाले शांत प्रकृति के सभी के कार्यो को एक भाव में लेने वाले, संगीत प्रेमी मगर स्वाभिमानी तथा ज्यादा गंभीरता रखने वाले और लोगो को प्रभावित करने वाले तथा भोग की वस्तुओ पर कम ध्यान देने वाले होते है। व्यापार  में भोग विलासिता की वस्तुओं, खाद्यान्न और सफ़ेद वस्तुओं के व्यापार में ( जैसे दूध, दही, शक्कर, चावल ) लाभ होता है। पानी के व्यापार में भी लाभ होता है। काली वस्तुओ का लाभ होता है।

मिथुन – मिथुन लग्न वाले कूटनीति का भरपूर लाभ लेने वाले चतुर, होशियार, राजपक्ष से कार्यों में लाभ पाने वाले, विवादों से ज्यादा उलझने वाले, सभी को अच्छा मानने वाले, सेना का गठन करने वाले और लोगों का आदर करने वाले रहते हैं । व्यापार में लोहे व खनिज केमें तथा राजनीति में कुशल, सुन्दरता में और भोग के कार्यों में ज्यादा लिप्त होते है। पैसों को इकठ्ठा करने वाले होते हैं। झूठ का ज्यादा सहारा लेने वाले तथा मौके का लाभ पाने वाले रहते है।

कर्क लग्न – कर्क लग्न वाले मन में ज्यादा विचार करने वाले क्षणिक विचार देने वाले क्रोधित, अस्थिर, दूसरों का हित करने वाले, चंचल, बुद्धिमान, संपत्ति को पाने वाले, सुख का भोग नहीं करने वाले चिंता युक्त होते है। लोहे का व्यापार करने वाले दूध, दही, शक्कर, सफ़ेद वस्त्र का व्यापार करने वाले शिक्षा में उन्नति करने वाले  होते है। विदेश की यात्रा से लाभ उठाने वाले होते हैं। उन्हें पानी के पास निवास करने से ज्यादा लाभ होता है।

सिंह लग्न – सिंह लग्न वाले व्यक्तियों को एक सूत्र में बांधने वाले अच्छे विचार वाले, अच्छी शिक्षा देने वाले, प्रतापी, स्वाभिमानी, नेतृत्व करने वाले प्रशासनिक कार्यों में पूर्ण दक्षता का लाभ पाने वाले और परिवार में सभी का ध्यान रखने वाले, अपने अनुसार कार्यों को करने वाले रहते है। व्यापार में लाभ, राजनीति में काफी लाभ लेने वाले जमीन के कार्यों में, खनिज, रेत गिट्टी, स्टेशनरी, बिजली, लोहे के उत्पादन, कम्पूटर में अग्रणी, सम्पूर्ण जीवन में सुखी रहते हैं | पैसो की ज्यादा चाह होने से परिश्रम 24 घंटे करते है।

कन्या लग्न – कन्या लग्न में जन्म लेने वाले शास्त्रों में कुशल, भोग विलासिता में हमेशा लिप्त रहने वाले, स्त्रियों से ज्यादा सम्बन्ध रखने वाले, भाग्यशाली  सभी गुणों से ओतप्रोत रहते है। सुन्दर, प्रिय बोलने वाले, कुशल, राजनितिज्ञ, झूठ बोलने में माहिर, चतुर होशियार होते है। मेडिकल से सम्बंधित व्यापार में सफल, विदेश का पैसा लेने में कुशल, सौन्दर्य से ज्यादा पैसा कमाने वाले, लोहे से विशेष लाभ पाने वाले, टेक्नीकल शिक्षा से भी व्यापार में लाभ लेने में सक्षम होते है। पत्रकारिता के क्षेत्र में सफलता पाने वाले रहते है।

तुला लग्न – इस में उत्पन्न व्यक्ति बुद्धिमान, अच्छे कार्यों से जीवन को सक्षम रखते हुए योग्यता में पूर्ण सभी कलाओं में कुशल होते  है। बिजली और लोहे के कार्यों में काफी तरक्की पाने वाले जिस क्षेत्र में रहते  है अपनी अलग पहचान बनाते रहते हैं। ये पानी के पास से ज्यादा तरक्की पाते हैं | टेक्निकल शिक्षा में पूर्ण लाभ पाते हैं। राजनीति में पूर्ण पद को पाने वाले रहते है। लोहा, खनिज, बिजली, जमीन में विशेष लाभ पाते हैं। आकर्षित करके कार्यों को निकालने में  सक्षम होते हैं। विदेश में ज्यादा व्यापार करते हैं।

वृश्चिक लग्न – इस लग्न में जन्म लेने वाले पराक्रमी, शत्रुओं से विजय पाने वाले, सदैव आगे रहने वाले, चाहे जो क्षेत्र हो अपने परिवार में नाम कमाने वाले, चतुर, चाणक्य, राजनीती, शिक्षा, प्रशासन में प्रभाव रखने वाले, पति पत्नी का सुख पाने वाले रहते हैं। इन्हें शिक्षा मेंं  लोहे के कार्यों में, पानी का व्यापार करने वाले, भवन का निर्माण, भोग के कार्यों में लाभ होता है। वे राजनीति में लाभ पाने वाले, चाणक्य जैसी कूटनीति का हमेशा लाभ पाने वाले, कागज से पूर्ण लाभ पाने वाले रहते हैं।

धनु लग्न – इस में जन्म लेने वाले व्यक्ति महान, बुद्धिमान, निति और सलाह कार लोगों को विशेष लाभ देने वाले, संसार में पूज्य और सम्मान पाने वाले, अपने परिवार में श्रेष्ठ, कोमल वाणी, परिवार का पालन करने वाले, राजनीतिज्ञ ज्यादा होते हुए भी विद्वान्, सभी प्रकार की जानकारी रखने वाले, स्वयं पर विश्वास करने वाले रहते है।  शिक्षा, लोहा, सलाहकार में लाभ पाने वाले, धार्मिक कार्यों से लाभ पाने वाले, खनिज उत्पादन करने वाले, विदेश से पैसा कमाने वाले होते है।

मकर लग्न – इसमें जन्म लेने वाले सुख से दूर रहते है , मन में ज्यादा क्रोध बना रहता है। स्वाभिमान के कारण वैवाहिक सुख नहीं मिलता है। अपने अनुसार कार्यों को करते है। संतान से सुख नहीं मिलता है। आलसी होते हैं, दूसरों का अच्छा नहीं सोचते हैं, खर्च ज्यादा करते हैं, दिखावा ज्यादा करते है, मगर स्वयं के कार्य में पूर्ण दक्ष होते है। लोहे में उत्पादन, घर का सुख मिलता है, खनिज से लाभ होता है। राजनीति में लाभ नहीं मिलता है। आकाश से सम्बंधित कार्यो में लाभ होता है। उसमें सक्षम भी होते हैं। बिजली के व्यापार में लाभ हमेशा मिलता है।

कुम्भ लग्न – इस लग्न में जन्म लेने वाले व्यक्तियों के दूसरी स्त्रियों से सम्बन्ध रहते हैं। बुद्धिमान साहसी, ज्ञानी, दयालु होते हैं। प्रसन्न रहते हैं इसलिए हमेशा सुखी रहते है। भोग विलासिता में ज्यादा ध्यान रहता है। जो चाहे वैसा कार्य कर सकते हैं, इतना पावर रहता है। व्यापार में लाभ, लोहा, पानी, खाद्यान्न, होटल के व्यापार से काफी लाभ, शिक्षा में टेक्नीकल से लाभ, सौन्दर्य से भी लाभ होता है।

मीन लग्न– मीन लग्न में जन्म लेने वाले सुवर्ण के शौकीन होते हैं। परिवार का सहयोग हमेशा करने वाले होते हैं। ज्यादा सोचने वाले व चिंता करने वाले होते हैं इसलिए देरी भी हो जाती है। पति पत्नी का पूर्ण सुख लेने वाले भी होते हैं। संतानों का सुख हमेशा रहता है। दानी होते हैं। परोपकार में ज्यादा विश्वास करने वाले होते हैं। कम आयु होती है। शिक्षा के व्यापार में ज्यादा लाभ होता है। लोहे के कार्यों में भी लाभ होता है। खनिज, उर्जा, बिजली, कोयले से भी पूर्ण लाभ होता है। कोई भी कार्य में पूर्ण दक्ष होते हैं।

  • पं. दयानंद शास्त्री, उज्जैन 
Post By Religion World