“जल संरक्षण हेतु जल नृत्य”
परमार्थ गंगा तट पर पर्यावरण एवं जल संरक्षण के लिये विशेष नृत्य का आयोजन
नमामि गंगे, शिव तांडव एवं जल नृत्य प्रस्तुत करके दिया जल संरक्षण का संदेश
स्वच्छ गंगे, निर्मल गंगे सतत प्रवाहित अविरल गंगे का दिया संदेश
माँ गंगा भारतीयों की जीवनरेखा एवं जीविका दोनां है अतः गंगा को निर्मल बनाना सभी का परम कर्तव्य है- स्वामी चिदानन्द सरस्वती
ऋषिकेश, 11 जून। परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष, ग्लोबल इण्टरफेथ वाश एलायंस के सह-संस्थापक एवं गंगा एक्शन परिवार के प्रणेता पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज, पर्यावरण, जल संरक्षण तथा स्वच्छता के प्रति जगरूकता लाने के लिये अनेक अभियान चलाने है उसी क्रम में आज परमार्थ निकेतन गंगा तट पर पर्यावरण एवं जल संरक्षण के प्रति जागरूकता लाने के लिये जल नृत्य का आयोजन किया गया। अहमदाबाद, गुजरात से आये नृत्यावली ग्रुप के प्रमुख श्री भारत बारिया जी, अक्षय पटेल, मीनाक्षी बेन पटेल, हीमल चित्रा, अरूणा बारिया एवं बाल कलाकार यश बारिया, दक्ष पटेल एवं आरणा पटेल ने विशेष प्रस्तुति दी। नृत्य दल के सदस्यों ने माँ गंगा के तट से विश्व को ’स्वच्छ गंगे, निर्मल गंगे सतत प्रवाहित अविरल गंगे’ का संदेश दिया।
नृत्यावली दल के प्रमुख श्री भारत बारिया जी ने कहा कि हमारे दल के सदस्य कई वर्षो से शिव ताण्डव एवं दुर्गा नृत्य करते थे। परन्तु माननीय नरेन्द्र मोदी जी के स्वच्छता अभियान एवं पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी के पर्यावरण एवं जल संरक्षण जागरूकता अभियान से प्रभावित होकर नमामि गंगे एवं जल नृत्य के द्वारा हम विश्व स्तर पर नृत्य के माध्यम से भारत की संस्कृति एवं जागरूकता संदेशों को प्रेषित करते हैं। उन्होने कहा कि अब हमारी नृत्य कला का उद्देश्य ही माँ गंगा को निर्मल एवं अविरल बनाने के लिये नृत्य के माध्यम से पूरे भारत में जल क्रान्ति लाना।
इस अवसर पर पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने कहा कि ’माँ गंगा भारतीयों की जीवनरेखा एवं जीविका दोनां है। माँ गंगा भारतीयों की पहचान है। बिना गंगा के विश्व स्तर पर हमारी पहचान अधूरी है। गंगा स्वच्छ रहेगी तभी स्वस्थ समाज का निर्माण सम्भव है। उन्होने गंगा के तट से आहृवान किया कि प्रत्येक भारतीय अपनी क्षमता एवं योग्यता के अनुसार गंगा स्वच्छता अभियान में सहयोग करे जिससे स्वस्थ समाज का निर्माण हो।’
विश्वस्तर पर सभी को स्वच्छ जल की उपलब्धता हो इसी भाव से पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी एवं नृत्यावली दल के सदस्यों ने मिलकर विश्व ग्लोब का जलाभिषेक किया। पूज्य स्वामी जी ने दल के सदस्यों को स्वच्छ भारत-हरित भारत का संकल्प कराया।