अमरनाथ यात्रियों पर सावन के पहले सोमवार की रात आतंकियों ने हमला कर दिया। गुजरात की एक बस पर अंधाधुंध फायरिंग कर सात अमरनाथ यात्रियों की हत्या कर दी गई। ये जघन्य घटना कश्मीर में फैेले आतंकवाद के नए चेहरे को पेश कर रही है। आजतक अमरनाथ यात्रियों पर कभी भी किसी तरह की नृशंस घटना नहीं की गई थी। भारत के संतों ने इसपर कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
महर्षि महेश योगी संगठन के प्रमुख ब्रह्मर्षि गिरीश ने कहा कि, “कायर और बुजदिल आतंकियों का समय आ गया है। हमारी भारतीय सक्षम सेना इन्हें सही ठिकाने पर शीघ्र ही पहुँचा देगी। प्रभावित परिवारों के प्रति हमारी हार्दिक संवेदना एवं आहतों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना। बाबा अमरनाथ जी सब भक्तों पर कृपा बनाये रहें यह विनती है”। साथ ही उन्होंने भारत सरकार को ये सुझाव भी दिया, “परमपूज्य महर्षि महेश योगी जी ने भारतीय सुरक्षा के लिए वैदिक सुरक्षा का कार्यक्रम दिया था किंतु तात्कालिक राष्ट्रीय शासन ने उसे अनदेखा कर किया था।यदि वर्तमान शासन Indian Armed Forces में एक preventive wing बनादे तो बहुत सुरक्षा हो जाएगी”।
आध्यात्मिक गुरु भइयूजी महाराज ने ट्वीट करके कहा कि ये भारतीय लोगों की आस्था पर हमला है।
भागवताचार्य देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि ये अमानवीय कृत्य है, ईश्वर परिजनों को इस घडी में शक्ति प्रदान करे।
भागवतकथा वाचक देवी चित्रलेखा ने कहा कि इस इस हमले का सरकार करारा जवाब दे।
तपोभूमि गोवा के आध्यात्मिक प्रमुख सद्गुरु ब्रह्मेशानंदाचार्य ने कहा कि इस घटना के बार में सुनकर अत्यंत दुख हुआ।
अखिल भारत हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि ने कहा कि’ “अनंतनाग में अमरनाथ यात्रियों पर हुए आंतकी हमले आसुरी कृत्य का परिचय है जिसका परिणाम आतंक के सफाये के साथ होगा, सनातन धर्म पर इनके आतंक का कोई प्रभाव नही पड़ने वाला, साथ ही यह पाकिस्तान के शह पर देश की एकता अखण्डता को खुली चुनौती है, केन्द्र सरकार तत्काल करे कठोर कार्यवाही करें”।
भागवताचार्य जया शर्मा किशोरी ने इस बहुत ही निंदनीय कृत्य कहा….
देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस कायरतापूर्ण हमले पर बहुत ही कड़ी प्रतिक्रिया दी।