- भूकम्प से क्षतिग्रस्त हुये मन्दिर का परमार्थ निकेतन करेगा निर्माण
- नेपाल में हिमालय की तलहटी में बसे स्थान में बौद्ध मन्दिर की स्थापना की नींव रखी
- स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने बौद्ध मन्दिर की स्थापना हेतु प्रथम ईंट रखकर किया श्री गणेश
- स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी के आशीर्वाद से होगा बौद्ध मन्दिर का निर्माण
- मन्दिर आस्था के केन्द्र के साथ सकारात्मक ऊर्जा एवं जाग्रति स्थल के रूप में हो विकसित – स्वामी चिदानन्द सरस्वती
ऋषिकेश, 7 सितम्बर। परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष, ग्लोबल इण्टरफेथ वाश एलायंस के सह-संस्थापक एवं गंगा एक्शन परिवार के प्रणेता पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज ने अपनी नेपाल यात्रा के दौरान हिमालय की तलहटी में स्थित अति सुरम्य स्थान पर बौद्ध मन्दिर की स्थापना हेतु प्रथम ईंट रखकर मन्दिर निर्माण का श्री गणेश किया। बौद्ध मन्दिर का निर्माण पूज्य स्वामी जी के आशीर्वाद से स्थानीय ग्रामीणों के सहयोग से किया जायेगा।
पूज्य स्वामी जी महाराज ने वहां के स्थानीय लोगों से स्वच्छता, स्वच्छ जल एवं स्वच्छ पर्यावरण के विषय में चर्चा की। उन्होने ग्रामीणों को स्वच्छता एवं शौचालय के प्रयोग के विषय मे जागरूकता लाने के लिये प्रेरित किया। वहां उपस्थित मुख्य लामा से हुई चर्चा के दौरान पूज्य स्वामी जी ने कहा कि बौद्ध मन्दिर निर्माण के साथ इस पावन स्थान को जागरूकता केन्द्र के रूप में विकसित करने का प्रयास करे। उन्होने लामा को प्रेरित किया कि मन्दिरों को आस्था के केन्द्र के साथ सकारात्मक ऊर्जा एवं जाग्रति स्थल के रूप में स्थापित किया जाये तो इससे समाज के हित में विलक्षण परिणाम प्राप्त होगें।
इस यात्रा के दौरान पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने ग्लोबल इण्टरफेथ वाश एलायंस और नेपाल में कार्यरत अन्तरधार्मिक मानवतावादी संगठनों से जुड़े लोगों से आग्रह किया वे पूर्वी नेपाल में स्थापित होने वाले महिलाओं एवं बच्चों के केन्द्र को आगे बढ़ाने में अपना सहयोग प्रदान करें। पूज्य स्वामी जी ने मुख्य लामा और अन्तरधार्मिक मानवतावादी संगठनों से जुड़े लोगों को माँ गंगा के पावन तट पर दिव्य आरती में सहभाग करने हेतु आंमत्रित किया।