प्राणवायु पर्यटन से घटेगा पलायन : पंचायत महाकुम्भ का आह्वान
- प्राणवायु पर्यटन से घटेगा पलायन
- त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों का राज्य स्तरीय पंचायत महाकुम्भ
- स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज ने किया सहभाग
- पत्रकार बने पैरोकार और पुरोहित बने गंगा के पहरेदार – स्वामी चिदानन्द सरस्वती
ऋषिकेश, 16 नवम्बर। हर की पौड़ी, हरिद्वार में आयोजित त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों का राज्य स्तरीय पंचायत महाकुम्भ का आयोजन किया गया। पंचायत महाकुम्भ में शिक्षा मंत्री श्री अरविन्द पाण्डे जी ने परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज को विशेष रूप से आंमत्रित किया।
इस पंचायत महाकुम्भ समारोह में परमार्थ निकतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज, भगवानपुर क्षेत्र से विधायक श्रीमती ममता राकेश, हरिद्वार के लक्सर क्षेत्र से विधायक श्री संजय गुप्ता जी, रूड़की से श्री प्रदीप बत्रा जी, लालढ़ांग क्षेत्र से स्वामी यतिश्वरानन्द जी, नगरनिगम चेयरमैन श्री मनोज गर्ग, पूर्व सांसद श्री बलराज पासी जी तथा अन्य विधायक एवं विशिष्ट अतिथियों ने सहभाग किया।
इस समारोह में स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज ने गंगा को स्वच्छ, निर्मल और अविरल बनाने के विषयों पर चर्चा की साथ ही कहा कि गंगा के दोनों तटों पर फलदार, छायादार एवं जड़दार पौधों का रोपण किया जाये जिससे गंगा के तट स्वच्छ एवं सुन्दर बने रहेगे। चर्चा के दौरान उत्तराखण्ड राज्य के सभी घरों में शौचालय बनाने तथा प्रयोग करने पर बल दिया गया खुले में शौच के कारण होने वाली बीमारियों के विषय में अवगत कराया। खुले में शौच से जल प्रदूषित होता है जिसके कारण पौधें, मानव व प्राणी समुदाय को असाध्य क्षति पहुंचती है। प्रदूषित जल के कारण अनेक संक्रामक रोगों यथा हैजा, तपेदिक, कालरा, पीलिया, डायरिया, टायफाइड एवं ठोस प्रदूषक से युक्त जल के प्रदूषण से एस्वेस्टोसिस नामक रोग इससे फेफड़ों का कैंसर व पेट के रोग उत्पन्न होते है।
स्वामी जी ने उत्तराखण्ड राज्य को आॅक्सीजन पर्यटन स्थल बनाने पर जोर दिया और कहा ’प्राणवायु पर्यटन से घटेगा पलायन।’ दिल्ली में बढ़ते स्माॅग पर चिंता व्यक्त करते हुये कहा कि देश के अन्य शहरों में ’स्माॅग हो या फाॅग हो, धुंध हो या धुआं हो और जब सांस लेना दूभर हो गया हो तब उत्तराखण्ड स्वच्छ हवा; प्राण वायु; खुली हवा की जिम्मेदारी लें सकता है ताकि लोग यहां आकर स्वच्छ हवा में सांस ले सकें। यह एक प्राणवायु पर्यटन का केन्द्र बन सकता है उन्होने कहा इस ओर हमें मिलकर कार्य करना होगा ’सफलता एक दिन में नहीं मिलती परन्तु लगे रहो तो एक दिन जरूर मिलती है।
स्वामी जी ने कहा ’पत्रकार और पुरोहितांे का आहृवान करते हुये कहा कि पत्रकार बने पैरोकार और पुरोहित बने गंगा के पहरेदार।’
स्वामी जी ने कहा सामुहिक प्रयासों से गंगा को करेंगे निर्मल और भारत बनेगा स्वच्छ और स्वस्थ्य इसके लिये सभी समुदायों, संस्थाओं एवं समाज को एक साथ आना होगा। स्वामी जी ने जल एवं पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुये उपस्थित जनसमुदाय को नदियों को स्वच्छ रखने एवं शौचालय बनाने एवं उपयोग करने का संकल्प कराया।
शिक्षा मंत्री अरविन्द पाण्डे जी ने भी स्वच्छता का संकल्प कराया ’हम संकल्प लेते है गंगा को निर्मल एवं स्वच्छ बनाने का, वातावरण को स्वच्छ एवं साफ रखने का, सार्वजनिक स्थानों पर कूड़ा न फैलाने का, शौचालय का उपयोग करने का तथा उत्तराखण्ड एवं भारत को स्वच्छ एवं सुन्दर बनाने का संकल्प लिया उपस्थित सभी ने अपने हाथों को आगे कर संकल्प लिया। स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महराज ने विशिष्ट अतिथियों को शिवत्व का प्रतीक रूदाक्ष का पौघा भेंट किया।