दावोस में योग सिखाएंगे स्वामी रामदेव के शिष्य : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी होंगे शामिल
योग को देश विदेश में लोकप्रिय करने के बाद उसे दुनिया के हर कोने में पहुंचाने के लिए सरकार सभी प्रयास कर रही है। देश में योग की लहर को फैलाने वाले स्वामी रामदेव सरकार के साथ-साथ इसमें हर दिन योगदान देने को तत्पर रहते है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस घोषित होने के सालों पहले से स्वामी रामदेव ने घर-घर योग को पहुंचाया था। आज भी वे योगगुरु के तौर पर सबसे प्रचलित शख्सियत हैं। दावोस के इस बार के World Economic Forum की बैठक में भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी जा रहे है, जिसे लेकर पूरी दुनिया में चर्चा है। दावोस में भी उनके स्वागत की तैयारियों में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी गई है।
#Davos is ready to host the world leaders at #WorldEconomicForum with Indian flavour painted across the Promenade. This is the first time in two decades when an Indian Prime Minister will be attending the annual meeting of business leaders. #IndiaTodayAtDavos #ITPhotoblog pic.twitter.com/4Fq3v2mv9f
— IndiaToday (@IndiaToday) January 20, 2018
लेकिन दावोस की कंपकपा देने वाले माहौल में योग के जरिए ऊर्जा भरने दो नौजवान तैयार है। स्वामी रामदेव के दो शिष्य आचार्य भारद्वाज और आचार्य स्मित ने वहां योग सिखाने का बीड़ा उठाया है। दोनों ही योगियों ने योग की शिक्षा पतंजलि योगपीठ से पाई है और स्वामी रामदेव और आचार्य बालकृष्ण के द्वारा संचालित संगठनों से योग सीखा है। दावोस जाने से पहले दोनों की योग शिक्षकों ने स्वामी रामदेव से आशीर्वाद भी लिया।
Patanjali's Yog Acharyas – Acharya Bhardwaj & Acharya Smit will be conducting Yoga sessions at @wef at @Davos, first time in history of the forum. pic.twitter.com/dDoijtBiPO
— स्वामी रामदेव (@yogrishiramdev) January 20, 2018
दुनिया के हर कोने में होने वाले बड़े आयोजनो में योग के काउंटर या योग का कोना दिखना अब आम हो गया है। हाल ही में बॉन में संपन्न हुए ग्लोबल वार्मिंग के आयोजन COP23 में भी जर्मनी में बसे भारतीय योगाचार्यों ने वहीं सभी को योग सिखाया था।