जानिए कब और कैसे मनाएं वसंत पंचमी / सरस्वती पूजा वर्ष 2018 में —-
वसंत पंचमी या श्री पंचमी हिन्दुओं के पवित्र त्यौहारों में से एक है। जिसे पुरे भारत में बड़ी श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। इस दिन विद्या की देवी सरस्वती जी की पूजा की जाती है। इसे पूर्वी भारत, पश्चिमोत्तर बांग्लादेश, नेपाल और और कई राज्यों में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस दिन स्त्रियां पीले वस्त्र पहनती है।
ज्योतिषाचार्य पंडित दयानन्द शास्त्री ने बताया की प्राचीन भारत और नेपाल में पुरे साल को जिन छः मौसमों में बांटा जाता है उनमे सबसे मनचाहा मौसम बसंत ही था। इस मौसम में फूल खिलने लगते है, खेतों में सरसो लहलहा उठती है, जाऊ और गेहूं की बालियां खिलने लगती है, आमों के पेड़ पर बौछारें आ जाती है और हर तरफ रंग बिरंगी तितलियाँ मजंदराने लगती है। वसंत ऋतू का स्वागत करने के लिए पांचवे दिन बड़ा उत्सव मनाया जाता है। इस दिन भगवान विष्णु और कामदेव की पूजा की जाती है। इसके साथ ही इस दिन विद्यार्थी अपनी आराध्य यानी देवी सरस्वती का पूजन करते है।
महत्व :—
ज्योतिषाचार्य पंडित दयानन्द शास्त्री ने बताया की भक्त गण ज्ञान की प्राप्ति, सुस्ती, आलस्य और अज्ञानता से छुटकारा पाने के लिए इस दिन देवी सरस्वती की उपासना करते है। कुछ प्रदेशों में इस दिन शिशुओं को पहला अक्षर लिखना पढ़ना सिखाया जाता है। वसंत पंचमी को विद्या शुरू करने के लिए सबसे शुभ माना जाता है। आज के दिन सभी विद्यालयों में सुबह माँ सरस्वती की पूजा की जाती है।
हिन्दू कैलेंडर के अनुसार यह पंचमी तिथि को मनाया जाता है। जिस दिन पंचमी तिथि सूर्योदय और दोपहर के बीच व्यापत रहती है उस दिन को सरस्वती पूजा के लिए उपयुक्त माना जाता है। इसीलिए कुछ वर्षों से वसंत पंचमी चतुर्थी तिथि को पड़ जाती है।
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जानिए वसंत पंचमी 2018 के लिए शुभ मुहूर्त —
ज्योतिषाचार्य पंडित दयानन्द शास्त्री ने बताया की वसंत पंचमी / सरस्वती पूजा 22 जनवरी 2018, सोमवार के दिन मनाई जाएगी।
वसंत पंचमी पर सरस्वती पूजा का मुहूर्त :-
वसंत पंचमी पूजा मुहूर्त = 07:17
मुहूर्त की अवधि = 5 घंटे 15 मिनट
ज्योतिषाचार्य पंडित दयानन्द शास्त्री ने बताया की पंचमी तिथि 22 जनवरी 2018, सोमवार को 16:24 बजे समाप्त होगी।