तरूणसागर महाराज का महाप्रयाण : परमतत्व में विलीन
जैन संत तरूणसागर महाराज का आज रात 3.11 मिनट पर महाप्रयाण हो गया। वे इस लोक मे अपनी यात्रा पूरी करके एक लंबी यात्रा पर चले गए। बीते कुछ दिनों से वे काफी बीमार थे। कुछ दिन अस्पताल में रहने के बाद भी उनके स्वास्थ्य में सुधार नहीं हो रहा था। जिसके बाद गुरु आदेश पर उन्होंने अपने चातुर्मास प्रवास पर लौटने का निर्णय किया था।
30 अगस्त की शाम को वे दिल्ली के राधेपुरी में लौटकर संतों के बीच ही रहे और जैन समाज की प्रार्थनाओं से स्वास्थ्य लाभ लेते रहे। गंगाराम अस्पताल के चिकित्सक लगातार उनके स्वास्थ्य का ध्यान रखते रहे।
मुरादनगर के तरूणसागर तीर्थ में उनका दाह संस्कार किया जाएगा। अंतिम यात्रा आज सुबह दिल्ली के राधेपुरी से निकलेगी।