Diwali 2018: दीवाली पर दुर्लभ संयोग : सुख और समृद्धि का योग
- दीपावली 2018 पर बने हैं कुछ “विशेष योग”
- 7 नवंबर 2018 दिवाली, 7 साल बाद दिवाली पर बना लक्ष्मी योग, इन मामलों में आपके लिए शुभ
इस वर्ष 7 नवंबर 2018 (कार्तिक कृष्ण अमावस्या तिथि) को दीपावली का त्योहार मनाया जाएगा। इस साल दीपावली पर ग्रहों की विशेष स्थिति से 7 वर्ष के बाद ऐसा संयोग बना है जो धन, समृद्धि और सुख में वृद्धि करने वाला है।
दिवाली 2018 पर बना 7 अंक का संयोग
पण्डित दयानन्द शास्त्री ने बताया कि इस वर्ष राशिचक्र की 7वीं राशि तुला में 7 साल बाद तीन ग्रह सूर्य, शुक्र और चंद्रमा तीनों ग्रह एक साथ मौजूद होंगे। संयोग की बात यह भी है कि दीपावली के दिन तारीख भी 7 है। अंकज्योतिष के अनुसार अंकों का यह संयोग मूलांक 7 वालों के लिए बहुत ही शुभ। जिन लोगों का जन्म 7 तारीख को हुआ है उनके लिए यह दिवाली बहुत ही शुभ है।
दिवाली 2018 पर ऐसे बना लक्ष्मी योग
शुक्र तुला राशि का स्वामी हैं और यह सुख, समृद्धि एवं वैभव प्रदान करने वाले ग्रह हैं। इनके साथ चंद्रमा और सूर्य की स्थिति होने से लक्ष्मी योग बनता है। जो बहुत ही दुर्लभ योग है। इस वर्ष तुला राशि में ऐसा ही योग बन रहा है।
कालपुरुष की कुंडली में चंद्रमा चौथे घर का स्वामी और सूर्य पांचवें एवं शुक्र सातवें यानी साझेदारी, दाम्पत्य सुख, विदेश से लाभ का कारक ग्रह है। जमा धन और संपत्ति का कारक भी शुक्र है। ऐसे में इन तीनों ग्रहों का संयोग भौतिक समृद्धि प्रदान करने वाला माना गया है।
दिवाली लक्ष्मी योग का लाभ
कालपुरुष की कुंडली की गणना के अनुसार इस साल दिवाली के दिन तुला राशि में नीच का होकर भी सूर्य अपनी उच्च राशि तथा लग्न स्थान मेष को देख रहा होगा जिससे यह स्वास्थ्य वृद्धि कारक होगा। इस साल शुभ मुहूर्त में देवी लक्ष्मी की पूजा करने से आरोग्य सुख की प्राप्ति के साथ, भौतिक समृद्धि एवं मानसिक और आत्मिक बल प्राप्त होगा।
दिवाली 2018 शुभ मुहूर्त अमृत योग
दिवाली के दिन अमृत काल सुबह 10 बजकर 54 मिनट से लेकर 12 बजकर 29 मिनट तक होगा। इस समय व्यापार एवं धन वृद्धि के लिए किया गया काम सफल होगा। अगर आप धनतेरस के दिन वाहन और दूसरी पसंदीदा चीजों की खरीदारी नहीं कर पाते हैं तो इस समय के दौरान खरीदारी करना शुभ रहेगा।
जमीन से जुड़े कामों में हो सकता है लाभ
गुरु ग्रह मंगल की राशि में होने से जमीन से जुड़े काम करने वाले लोग लाभ में रहेंगे। शनि गुरु की राशि में होने से डॉलर के भाव कमी आने संभावना है। रुपया मजबूत हो सकता है। तेल के भाव भी कम हो सकते हैं।
दीपावली पर करें महाकाली की भी पूजा
दीपावली पर सुबह महाकाली की पूजा करनी चाहिए। दोपहर में पितरों का पूजन और श्राद्ध आदि कर्म करना चाहिए। दीपावली की शाम गणेशजी, महालक्ष्मी और कुबेरदेव की पूजा करनी चाहिए। इसके बाद हनुमानजी की पूजा करें।
इस वर्ष दीपावली पर 59 बाद गुरु, शनि का दुर्लभ योग बन रहा है।
शनि की राशि में मंगल
दिवाली पर गुरु ग्रह मंगल के स्वामित्व वाली वृश्चिक राशि में रहेगा। मंगल ग्रह शनि के स्वामित्व वाली राशि “कुम्भ” में रहेगा। शनि ग्रह गुरु के स्वामित्व वाली राशि धनु में रहेगा। ये तीनों ग्रह एक–दूसरे की राशि में रहेंगे।
शुक्र अपनी खुद की तुला राशि में रहेगा। शुक्र इस राशि में होने से मालव्य योग बन रहा है। इस योग में शुरू किए गए कामों से धन–धान्य की वृद्धि होती है। इस वजह से दीपावली पर की गई पूजा बहुत जल्दी शुभ फल प्रदान कर सकती है।
1959 में बना थे ऐसे योग
ऐसा योग इस वर्ष से पहले 1 नवंबर 1959 को दीपावली पर गुरु वृश्चिक में, शनि धनु राशि में था। जब बुधवार को दीपावली आती है तो ये बहुत ज्यादा शुभ फल प्रदान करने वाली मानी जाती है।
यह योग व्यापार शुरू करने के लिए बहुत शुभ रहता है। व्यापार में लगातार उन्नति के योग बनते हैं। शुक्र के मालव्य योग में शुरू किए गए काम ऐश्वर्य, धन और सुख प्रदान करते हैं।
ग्लैमर वर्ल्ड से जुड़े लोगों के लिए ये योग फायदेमंद रहने वाला है। शुक्र के कारण इस क्षेत्र से जुड़े लोग विशेष सफलता हासिल करेंगे।
गणना – पण्डित दयानन्द शास्त्री, उज्जैन