ठाकुर श्री प्रियाकांत ज़ू मन्दिर वृन्दावन में मनाया श्री कृष्ण जन्म महोत्सव
वृंदावन। श्री देवकीनंदन ठाकुर जी महाराज के सानिध्य में 24 अगस्त 2019 को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का ठा. प्रियाकांत जू मंदिर, शांति सेवा धाम, वृंदावन में भव्य आयोजन किया गया। महोत्सव मैं हजारों की संख्या में आए भक्तो ने कन्हैया के आने की खुशियां मनाई। श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव की शुरुआत बाल कृष्ण की आरती के साथ विश्व शांति के लिए प्रार्थना के साथ की गई।
पूज्य श्री देवकीनंदन ठाकुर जी महाराज के सानिध्य में ठाकुर श्री प्रियाकांत जू मंदिर में जन्माष्टमी महोत्सव की शुरुआत बहुत ही सुन्दर बाल रूप श्री राधा के द्वारा दी हुई प्रस्तुति से हुई जिसने सभी श्रद्धालुओं का मन मोह लिया।
विश्व शान्ति सेवा चैरिटेबल ट्रस्ट की के द्वारा श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव की शुरुआत में भाजपा के वरिष्ठ नेता, पूर्व केंद्रीय मंत्री, प्रख्यात वक़ील श्री अरुण जेटली जी के निधन पर महाराज श्री ने सभी श्रद्धालुओं के साथ एक मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी एवं ठा. श्री प्रियाकांत जू उन्हें अपने श्री चरणों मे स्थान दें ऐसी प्रार्थना की।
महोत्सव की शुरुआत में महाराज श्री ने भगवान श्याम सुंदर की 16 कलाओं के बारे में सभी भक्तों को विस्तार से बताया।
पूज्य महाराज श्री देवकीननंदन ठाकुर जी महाराज के सानिध्य में ठाकुर श्री प्रियाकांत जू मंदिर में बड़ी धूम धाम से श्री कृष्ण प्राकट्योत्सव मनाया गया इस उत्सव में देश- विदेश से आए हज़ारों श्रद्धालुओं ने श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव में भगवान प्रियाकांत जू के चरणों में अपनी हाजरी लगाई। एवं महाराज श्री के मुखाबिंद से निकले कृष्ण भजनों पर भक्त खूब झूमे और कृष्ण के जन्म की खुशियां मनाई। रंगारंग रोशनी में चमक रहे ठा. प्रियाकांत जू मंदिर की भव्यता भी मन मोह रही थी। इस मौके पर ठाकुर श्री प्रियाकांत जू मंदिर में विशेष सजावट की गई है।
पूज्य महाराज श्री द्वारा ठा. प्रियाकांत जू मंदिर में समस्त यजमानों के साथ बाल गोपाल का मंत्रोचारण के से अभिषेक किया गया उसके बाद सोने का मुकुट, लकुट व् बंशी कन्हैया को धारण कराई गई एवं जन्माष्टमी आयोजन में उपस्थित सभी कृष्ण भक्तों के द्वारा महाआरती की गई। नन्दोत्सव के अवसर पर मंदिर के कपाट खुलने पर, कान्हा के जन्म की खुशी में खिलौने, वस्त्र, रुपये, मिठाई, फल, मेवा लुटाए गए। पूज्य महाराज श्री के साथ देर रात तक चले भजनों में हर कोई उल्लास में डूबा रहा।