महर्षि महेश योगी संस्थान ने जारी किया Lockdown में साधना क्रम
देश के बहुसंख्यक सदस्यों वाले आध्यात्मिक संगठन भी अपने कर्मचारियों और जुड़े लोगों के लिए कोरोना वायरस से फैले खतरे में घर पर रहने का सलाह दे रहे है। हजारों लोगों के सहयोग और सेवा से चलने वाला महर्षि संस्थान ने भी अपने सदस्यों के लिए Quarantine, Self-Isolation और Lockdown के दौरान एक दिनचर्या जारी की है।
महर्षि परिवार से जुड़े अनेक सदस्यों ने प्रश्न पूछा था कि Lockdown के दिनों में अथवा अवकाश के दिनों में घर में उनका साधना का क्रम क्या होना चाहिए। संस्थान ने बताया कि, “महर्षि संस्थान के सदस्य साधना के प्रति गंभीर हैं और स्वयं व राष्ट्रहित में समय लगाने को तैयार हैं”।
प्रातः एवं संध्या के ध्यान साधना की चर्या ऐसी होनी चाहिए –
प्रातःकाल दैनिकचर्या से निवृत होकर लगभग 7 बजे से प्रारम्भ करें….
15 से 20 मिनट योगासन (योगासन मेट पर या 1-2 इंच मोटे रुई के गद्दे पर)
5 से 10 मिनट प्राणायाम (योगासन मेट पर या 1-2 इंच मोटे रुई के गद्दे पर)
20 मिनट भावातीत ध्यान
20 मिनट सिद्धि सूत्रों का अभ्यास (6 इंच मोटाई के 50 डेंसिटी के फोम पर)
10 से 30 मिनट योगिक फ्लाइंग (6 इंच मोटाई के 50 डेंसिटी के फोम पर)
10 से 20 मिनट विश्राम एवं वेद पाठ श्रवण (लेटकर अथवा सोफे या बिस्तर पर आराम से पैर फैलाकर बैठ कर)
यही नियम या चर्या सायंकाल की भी होनी चाहिये। ध्यान रहे के भोजन ग्रहण करने के कम से कम तीन घंटे बाद साधना करनी चाहिए। सायंकाल छह बजे से प्रारम्भ करना उत्तम होगा।
कृपया ध्यान दें: 10 वर्ष से 15 वर्ष के बच्चे और 60 वर्ष से अधिक आयु के अभ्यासकर्ता 10 मिनट योगासन, 5 मिनट प्राणायाम, 15 मिनट भावातीत ध्यान, 10 मिनट सिद्धि सूत्रों का अभ्यास, 10 मिनट यौगिक फ्लाइंग और 20 मिनट विश्राम करें। जिन्हें किसी तरह के रोग हों और इसमें से किसी भी अभ्यास को करने में असुविधा हो, वे उसे न करें । वरिष्ठ नागरिक 25 से 30 मिनट का भावातीत ध्यान भी कर सकते हैं।
आप महर्षि संस्थान की वेबसाइट पर जाकर सभी अभ्यासों के बारे में जान सकते हैं।