कथा प्रवक्ता देवकीनंदन महाराज ने कोरोना से लड़ाई में दिया 21 लाख का सहयोग
- प्रियाकान्तजू मंदिर से 11 लाख प्रधानमंत्री राहत कोष में, 10 लाख की राहत सामग्री का मथुरा-वृन्दावन में वितरण
- देवकीनंदन महाराज के आव्हान संस्था सदस्य एवं शिष्य सरकार को सीधे भेजेंगे 30 लाख का सहयोग
- 51 लाख रुपए सहयोग का लिया संकल्प
वृन्दावन। कोरोना महामारी से लडाई में सहयोग के लिये भागवत प्रवक्ता देवकीनंदन महाराज ने ठा. श्रीप्रियाकान्तजू मंदिर की ओर से 21 लाख रूपये की सहायता राशि के सहयोग की घोषणा की है। इसमें प्रधानमंत्री राहत कोष में 11 लाख जमा कराये जाएगें वहीं 10 लाख रूपये मथुरा-वृन्दावन में निवासरत् असहाय परिवारों को भोजन/राशन सहायता एवं मास्क वितरण के लिये खर्च किये जाएंगे। मंदिर प्रबंधन ने मंगलवार को 11 लाख का चैक प्रधानमंत्री द्वारा बनाये गये राहत कोष में जमा कराया ।
विश्व शांति सेवा चैरीटेबल ट्रस्ट के सचिव विजय शर्मा ने जानकारी देते हुये बताया कि Covid-19 से निबटने के लिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अपील पर मंदिर एवं संस्था फण्ड से 21 लाख का आर्थिक सहयोग तुरन्त किया जा रहा है। इसमें 11 लाख का सहयोग केन्द्र सरकार को एवं 10 लाख की राहत सामग्री मथुरा-वृन्दावन में वितरित की जायेगी। उन्होंने कहा कि संस्था का लक्ष्य कम से कम 51 लाख रूपये का सहयोग पहुॅंचाने का है। शेष 30 लाख की धनराशि संस्था अध्यक्ष देवकीनंदन महाराज के आव्हान पर शिष्य परिवार एवं संस्था सदस्यों द्वारा केन्द्र एवं राज्य सरकारों को सीधे भेजी जायेगी ।
मंदिर प्रबंधक रवि रावत ने बताया कि विश्व शांति मिशन द्वारा लाॅकडाउन के दौरान असहाय लोगों के लिये निरन्तर खाद्य सामग्री वितरित की जा रही है। संस्था कार्यकर्ता ऐसे दैनिक मजदूर एवं निराश्रित परिवार जिनके पास भोजन की व्यवस्था नहीं है, को उनके घर जाकर आटा, चावल, तेल, आलू, मिर्च मसाले आदि कच्चा राशन उपलब्ध करा रहे हैं । उन्होंने बताया कि ऐसे 1000 जरूरतमंद एवं निर्धन परिवारों के लिये 15 दिनों की राशन सामग्री के पैकेट बनाये गये हैं। इसके अतिरिक्त संस्था वाहनों से विभिन्न स्थानों पर जाकर पका भोजन एवं मास्क वितरित किया जा रहा है।
इस अवसर पर संस्था अध्यक्ष देवकीनंदन महाराज ने कहा कि कोरोना वायरस की महामारी से लड़ाई में सबसे अधिक कारगर बचाव यही है कि हम लाॅकडाउन में सुरक्षा निर्देशों का पालन करें । दूसरा ध्यान इस बात का रखना है कि लोग अपनी बीमारी को छुपायें नहीं बल्कि लक्षण दिखने पर तुरन्त प्रशासन को सूचना दें । जिससे हमारी बीमारी से हमारा कोई अपना संक्रमित न हो और हम भी समय पर ईलाज करवाकर स्वस्थ हों । उन्होने स्वास्थ्य कर्मी प्रशासन, पुलिस, मीडियाकर्मी और जरूरी सेवाओं में लगे विभिन्न सेवाकर्मियों को रीयल हीरो बताते हुये कहा कि देश इनका एहसान कभी नहीं चुका पायेगा ।