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गुरु पूर्णिमा पर लगेगा चंद्रग्रहण, जानें पूजा का शुभ मुहूर्त

आषाढ़ माह की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा भी कहा जाता है। इस दिन भगवान विष्णु जी के अलावा गुरु की भी पूजा की जाती है। गुरु वह व्यक्ति हैं जो ज्ञान की गंगा बहाकर हमें अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाता है। यह पर्व पूरे देशभर में बड़े हर्ष उल्लास के साथ मनाया जाता है।



शास्त्रों के अनुसार इस बार गुरु पूर्णिमा पर चंद्रग्रहण भी रहेगा तो आइये जानते हैं चंद्रग्रहण के दौरान पूर्णिमा का पर्व किस शुभ मुहूर्त और किसी विधि से मनाएं।

गुरु पूर्णिमा शुभ मुहूर्त

गुरु पूर्णिमा का व्रत 4 जुलाई के दिन रखा जाएगा, लेकिन गुरु पूर्णिमा का पर्व 5 जुलाई के दिन मान्य जाएगा।

पूर्णिमा तिथि प्रारंभ होगी – 4 जुलाई 2020 शनिवार को 11 बजकर 57 मिनट पर

पूर्णिमा तिथि समाप्त होगी – 5 जुलाई 2020 रविवार 10 बजकर 8 मिनट पर

गुरु पूर्णिमा पर लगेगा चन्द्र ग्रहण

गुरु पूर्णिमा के दिन चंद्रग्रहण भी लगेगा जो धनु राशि मे लगेगा और 5 जुलाई सुबह 8 बजकर 38 मिनट पर शुरू होगा, जो दोपहर 2 बजकर 25 मिनट पर खत्म होगा। यह चंद्रग्रहण उपछाया होगा, जिसका सूतककाल मान्य नहीं होगा अर्थात इस दिन किसी भी प्रकार के शुभ कार्य वर्जित नहीं होंगे। गुरु पूर्णिमा से जुड़े पूजा पाठ के कार्य किए जा सकेंगे।

गुरु पूर्णिमा पूजा विधि

इस दिन प्रात: काल स्नान के बाद साफ वस्त्र धारण कर सत्यनारायण भगवानगुरु व्यास जी के चित्र को सुगंधित फूल या पुष्पों की माला अर्पित करे विधिवत पूजा करें।

इसके बाद अपने गुरु को ऊंचे आसन पर बैठाकर पुष्पमान अर्पित करें और अपनी सामर्थ्य अनुसार कुछ न कुछ भेंट करके उनका आशीर्वाद लें। इस दिन गुरु के साथ सात परिवार के बड़ों को भी गुरु तुल्य समझकर उनका आशीर्वाद लें।

शास्त्रों के अनुसार गुरु से मंत्र प्राप्त करने के लिए यह दिन श्रेष्ठ माना गया है।



गुरु पूर्णिमा के दिन क्या करें

गुरु पूर्णिमा की सुबह जल्दी उठकर घर की सफाई कर एवं  स्नान आदि के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण कर पूजा स्थल पर व्यास पीठ बनाकर गुरु मंत्रों का जाप करें।

अपने गुरु का आज के दिन आशीर्वाद अवश्य लें।

आज के दिन अपने गुरु को दक्षिणा व भेट देकर उनका आशीर्वाद लें औप सफलता के लिए उनका मार्गदर्शन जरूर लें।

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Post By Shweta