केसर के औषधीय गुण : हमारी प्रकृति ने हमें कई ऐसे मसाले और जड़ी-बूटियां दी हैं जो हमारे लिए कम फायदेमंद नहीं है। इस का मसालों में विशिष्ट स्थान है। केसर सबसे कीमती मसाला है जिसे अंग्रेजी में सैफ्रोन कहते हैं। साधारणतः इसे उर्दू और अरबी में जाफरान कहते हैं। यह भारतीय रसोई घर का प्रमुख मसाला है। इसे मसालों का राजा कहें तो ज्यादा बेहतर होगा। इसमें करिश्माई गुण समाए हैं।
केसर को क्रोकस सैटाइवस नाम के फूल से निकाला जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम भी क्रोकस सैटाइवस है और इसका इस्तेमाल एक मसाले और कलर एजेंट के रूप में किया जाता है।
यह दिखने में छोटे-छोटे धागों जैसा होता है। भारत के विभिन्न भाषाओं में इसे अलग-अलग नामों से जाना जाता है, जैसे हिंदी में केसर, बंगाली में जाफरान, तमिल में कुमकुमापू, तेलुगु में कुमकुमा पुब्बा और अरबी भाषा में जाफरान आदि।
क्या कहता है इतिहास
इसके इतिहास को लेकर जानकारों का मानना है कि केसर को सबसे पहले पर्शिया या उसके आसपास उगाया गया था। धीरे-धीरे इसकी लोकप्रियता बढ़ी और यह उत्तरी अमेरिका, उत्तरी अफ्रीका व ओशनिया जैसे देशों में पहुंचा। केसर के फूल का रंग बैंगनी होता है और इसकी खुशबू कुछ शहद जैसी होती है। इसका पौधा 20-30 सेमी ऊंचाई तक बढ़ता है। यह पौधा अपने फूलों के साथ अक्टूबर और फरवरी के बीच विकसित होता है।
केसर आपकी सेहत के लिए क्यों अच्छा है ?
केसर एक गुणकारी खाद्य पदार्थ है, जो आपके संपूर्ण स्वास्थ्य का ध्यान रखने का काम कर सकता है। यह कई तरह के खास पोषक तत्वों से भरपूर होता है। जैसे, फाइबर, मैंगनीज, विटामिन सी, पोटेशियम आयरन, प्रोटीन, विटामिन ए आदि। फाइबर पेट संबंधी समस्या जैसे अपच, कब्ज, गैस व मोटापे से निजात दिलाने का काम करता है। वहीं विटामिन सी त्वचा में कोलेजन को बढ़ाता और त्वचा को एंटी एजिंग प्रभावों से मुक्त रखने का काम करता है। केसर में मौजूद पोटेशियम शरीर में तरल के संतुलन को बनाने में मदद करता है। आयरन शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में मदद कर एनिमिया से छुटकारा दिलाने का काम करता है। नीचे जानिए केसर में मौजूद पोषक तत्व किस प्रकार शरीर की तकलीफों को कम करने का काम करते हैं।
केसर के गुण जानने के बाद नीचे जानिए शरीर के लिए केसर के फायदे।
केसर के फायदे केसर के औषधीय गुण
जैसा कि हमने ऊपर बताया कि केसर एक गुणकारी खाद्य पदार्थ है, जो शरीर को विभिन्न रूपों में फायदा पहुंचा सकता है। आतंरिक स्वास्थ्य से लेकर आप त्वचा व बालों के लिए केसर का इस्तेमाल कर सकते हैं। नीचे जानिए केसर के फायदे।
कैंसर से रोकथाम
कैंसर जैसी घातक बीमारी के विरूद्ध केसर के फायदे देखे गए हैं। वैज्ञानिक शोध के अनुसार केसर में मौजूद क्रोसिन, कोलोरेक्टल कैंसर कोशिकाओं को को बढ़ने से रोक सकता है। इसके अलावा यह प्रोस्टेट कैंसर और स्किन कैंसर पर भी सकारात्मक प्रभाव छोड़ सकता है।
क्रोसिन के अलावा केसर में कैरोटेनॉयड्स नामक तत्व भी पाया जाता है, जिसमें एंटीकैंसर गुण देखे गए हैं। एक अन्य वैज्ञानिक शोध के अनुसार केसर में मौजूद क्रोसेटिनिक एसिड में अग्नाशय के कैंसर को रोकने का काम कर सकता है।
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गठिया का इलाज
अर्थराइटिस जैसे हड्डी रोगों के लिए केसर खाने के फायदे देखे जा सकते हैं। केसर क्रोसेटिन नामक एक खास तत्व से समृद्ध होता है, जो गठिया के इलाज में मदद कर सकता है।
आंखों की रोशनी में सुधार
केसर के फायदे में आंखों की रोशनी में सुधार होना भी शामिल है। केसर एंटीऑक्सीडेंट गुणों से समृद्ध होता है, जो एएमडी (बढ़ती उम्र से जुड़ा नेत्र रोग) पर प्रभावी असर दिखा सकता है। इसके अलावा इसमें मौजूद एंटी इंफ्लेमेटरी गुण रेटिना स्ट्रेस से छुटकारा दिलाने का काम भी कर सकते हैं।
सिडनी विश्वविद्यालय के एक शोध के अनुसार, बुजुर्गों में दृष्टि में सुधार के लिए केसर प्रभावी पाया गया है। परीक्षण में देखा गया कि केसर की गोलियां लेने के बाद मरीजों की दृष्टि में सुधार हुआ। शोध में यह भी पता चलता है कि रेटिनाइटिस पिगमेंटोसा जैसे अनुवांशिक नेत्र रोग के इलाज में भी केसर सक्षम है, जो युवाओ में स्थायी अंधापन का कारण बनता है।
अनिद्रा से मुक्ति
केसर के गुण में अनिद्रा से छुटकारा भी शामिल है। यह युवाओं में अवसाद को कम कर सकता है, जिससे एक अच्छी नींद लेने में मदद मिल सकती है। इसके अलावा यह क्लिनिकल डिप्रेशन जैसी मानसिक स्थित पर भी सकारात्मक प्रभाव छोड़ सकता है। एक वैज्ञानिक शोध के अनुसार केसर में मौजूद क्रोसीन नींद को बढ़ावा देने का काम कर सकता है।
मस्तिष्क स्वास्थ्य
मस्तिष्क स्वास्थ्य के लिए भी केसर खाने के फायदे देखे जा सकते हैं। वैज्ञानिक शोध के अनुसार एक दिन में 30 मिलीग्राम केसर का सेवन करने से अल्जाइमर के रोगियों की स्थिति को सुधारा जा सकता है। केसर में मौजूद दो खास तत्व क्रोसिन और एथेनॉल से प्राप्त अर्क में एंटीडिप्रेसेंट गुण देखे गए हैं, जो अवसाद को कम करने का काम कर सकते हैं। इसके अलावा केसर सिजोफ्रेनिया (मानसिक विकार) के रोगियों पर भी सकारात्मक प्रभाव दिखा सकता है।
एक अध्ययन सेरेब्रल इस्किमिया पर भी केसर का अर्क एक सुरक्षात्मक भूमिका दिखा सकता है। एक अन्य शोध बताता है कि केसर स्मरण शक्ति को बढ़ाने का काम भी कर सकता है।
अस्थमा का इलाज
सांस संबंधी समस्याओं के लिए केसर का उपयोग प्राचीन काल से किया जा रहा है। पारंपरिक चिकित्सा में केसर के उपयोग का उल्लेख भी मिलता है, लेकिन इस पर अभी शोध सीमित हैं। इसलिए, अधिक जानकारी के लिए अपने चिकित्सक से जरूर परामर्श करें।
पाचन को बढ़ावा
केसर अपने एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों के माध्यम से पाचन को बढ़ावा देने और पाचन विकारों के इलाज में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। यह पेप्टिक अल्सर और अल्सरेटिव कोलाइटिस के इलाज में भी फायदा दिखा सकता है। केसर के औषधीय गुण
भर सकता है घाव
केसर घावों को भी ठीक कर सकता है, खासकर जो जलने के कारण घाव बनते हैं। जले हुए घावों का उपचार करने में यह खास खाद्य पदार्थ प्रभावी पाया गया है।
प्रतिरक्षा और ऊर्जा स्तर
केसर में मौजूद कैरोटीनॉयड सकारात्मक रूप से प्रतिरक्षा प्रणाली में सुधार कर सकता है। एक अध्ययन में पाया गया है कि प्रतिदिन 100 मिलीग्राम केसर बिना किसी हानिकारक प्रभाव के अस्थाई इम्यूनोमॉड्यूलेटरी गतिविधि के लिए सहायक हो सकता है। एक वैज्ञानिक अध्ययन में केसर का अर्क एंटीबॉडी प्रतिक्रिया बढ़ाने में सक्रिय पाया गया।
गर्भावस्था के दौरान
गर्भावस्था में भी केसर के फायदे देखे गए हैं। एक वैज्ञानिक शोध में केसर का सेवन करने वाली महिलाओं में सी-सेक्शन की संख्या भी कम थी।
मासिक धर्म के लक्षणों से राहत
मासिक धर्म के लक्षणों से राहत देने में केसर की भूमिका देखी जा सकती है। केसर युक्त एक ईरानी हर्बल दवा प्राइमेरी डिसमेनोरिया (माहवारी के दौरान पेट में होने वाली ऐंठन) से राहत देने में कारगर पाई गई थी।
हृदय स्वास्थ्य
केसर के फायदे में एंटीऑक्सीडेंट गुण भी शामिल है, जो आर्टरी और रक्त वाहिकाओं को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है। केसर के एंटीइंफ्लेमेटरी गुण हृदय पर अपना सकारात्मक प्रभाव डालते हैं। केसर राइबोफ्लेविन का एक बड़ा स्त्रोत माना जाता है, जो हृदय के लिए महत्वपूर्ण विटामिन के रूप में काम करता है।
इतना ही नहीं इसमें मौजूद क्रोसेटिन रक्त में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करते हैं और एथेरोस्क्लेरोसिस की गंभीरता को कम करते हैं। केसर रक्तचाप को भी कम कर सकता है, जो दिल के दौरे का कारण बनता है।
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लिवर स्वास्थ्य
एक अध्ययन के अनुसार कैंसर के साथ लीवर मेटास्टेसिस से पीड़ित रोगियों पर केसर अपना सकारात्मक प्रभाव दिखा सकता है। लीवर के खराब होने पर केसर उसे सुरक्षा प्रदान कर सकता है। यह लीवर विषाक्तता (टॉक्सिसिटी) के उपचार में भी कारगर साबित हो सकता है। केसर के औषधीय गुण
कामोत्तेजक के रूप में
केसर इंसानों में यौन जीवन में सुधार कर सकता है। एक वैज्ञानिक शोध के अनुसार केसर पुरुष प्रजनन प्रणाली के लिए फायदेमंद हो सकता है। शोध में बताया गया है कि केसर का अर्क और इसमें मौजूद क्रोसीन कामोत्तेजना को बढ़ाने का काम कर सकते हैं।
केसर वीर्य के निर्माण और पुरूष बांझपन जैसी स्थितियों पर प्रभावी पाया गया है। हालांकि, यह शुक्राणुओं की संख्या में वृद्धि नहीं करता है, लेकिन पुरूष बांझपन के उपचार में मदद कर सकता है।
केसर में क्रोसिन भी पाया जाता है, जो निकोटीन के उपयोग से पुरुष प्रजनन प्रणाली को होने वाले नुकसान को उलट सकता है।
कीट के काटने से राहत
केसर का अर्क कीट के काटने से त्वचा को राहत देने का काम भी कर सकता है, लेकिन इस पर अभी और शोध होना बाकी है।
दर्द-सूजन से राहत
केसर एंटीइंफ्लेमेटरी गुण से समृद्ध होता है, इसलिए यह दर्द-सू/जन से राहत देने का काम कर सकता है। एक शोध में इस बात की पुष्टि की गई है कि इस्कीमिया (रक्त प्रवाह में कमी) के कारण ‘एक्यूट किडनी इंजरी’ की स्थिति में केसर सुरक्षात्मक भूमिका निभा सकता है। केसर के अर्क में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं।
कई स्रोत इस बात को भी सामने रखते हैं कि केसर रक्त प्रवाह में सुधार करता है और कोशिकाओं के निर्माण व मरम्मत को बढ़ावा देने के साथ-साथ बुखार व दांत दर्द का इलाज भी कर सकता है। हालांकि इनमें से किसी भी बीमारी के लिए केसर का उपयोग करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर करें।
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