राम मंदिर के उद्घोष से शुरू हुआ धर्मादेश – हिंदू संतों का महासमागम
दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में हिंदू धर्म के सभी संप्रदायों के हजारों संत जुटे हैं कुछ खास मुद्दों पर चर्चा के लिए। धर्मादेश के नाम से अखिल भारतीय संत समिति ने देश भर के संतों का आह्वान किया था, जिसके बाद आज 3 नवंबर को सुबह से ही संतों के आगमन का सिलसिला यहां लगा रहा।
अखिल भारतीय संत समिति के अध्यक्ष जगद्गुरु रामानंदाचार्य हंसदेवाचार्य, महामंत्री स्वामी जीतेंद्रानंद सरस्वती, स्वामी अनुभूतानंद गिरि, स्वामी नवलकिशोर दास ने इस मौके पर दीप जलाकर उद्घाटन किया।
देश के सभी तेरह अखाड़ों के साथ साथ किन्नर अखाड़ा के प्रतिनिधियों ने भी यहां अपनी मौजूदगी दिखाई। अखिल भारतीय संत समिति ने इस आयोजन को और भव्य बनाने के लिए देश के सभी बड़े संतों को इसमें आमंत्रित किया है। जगतगुरु रामभद्राचार्यजी, स्वामी गोविंददेव गिरी जी महाराज और श्रीश्री रविशंकर जी इसमें 4 नवंबर को हिस्सा लेंगे।
वीएचपी के सक्रिय सहयोग से होने वाले इस आयोजन में सभी संतों ने राम मंदिर पर सीधी बात करने का मन बनाया है। देश के सभी हिस्सों के आए संतों को अलावा जैन धर्म के भी संतों को इसमें न्योता दिया गया है।
धर्मादेश में आज अलग-अलग दंगों में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी गई। साधु-संत चर्च और मस्जिदों द्वारा दिए जा रहे फतवा पर भी चर्चा करेंगे। स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि संत समाज देश के अलग-अलग मुद्दों पर चर्चा करेंगे। उन्होंने कहा कि अर्बन नक्सल में देश विरोधी ताकतें शामिल हैं। सुप्रीम कोर्ट के माननीय जज उन्माद फैला रहे हैं, अयोध्या के मामले में जब वह कहते हैं कि उनके पास समय नहीं है।