जानिए कहाँ मनाया जाता है भंडारा उत्सव
महाराष्ट्र के जेजुरी में बीती 16 अप्रैल को भंडारा उत्सव मनाया गया. सोमवती उत्सव को भंडारा फेस्टिवल के नाम से भी पहचाना जाता है. यह त्यौहार खासकर महारष्ट्र के जेजुरी में मनाया जाता हैं. इस त्यौहार में लोग हल्दी का इस्तेमाल करते हैं. इस दिन जेजुरी में सभी जगह हल्दी की बौछारें उड़ाई जाती है. सोमवती उत्सव को सबसे अलग उत्सव कहा जाता है इस दिन लोग हल्दी को आसमान में उड़ाते है और उसी में भीगते हैं. जिनकी नई-नई शादी होती हैं वे लोग खासकर इस उत्सव में आते हैं साथ ही यहाँ आने के बाद यहाँ के मंदिर में अपनी शादी का उत्सव मनाते हैं.
कहा जाता हैं कि जेजुरी के खंडोबा मंदिर में भगवान के पास जननक्षमता की शक्ति होती हैं इस वजह से जिन कपल्स को बच्चा नहीं होता या जो नए कपल्स होते हैं वो यहाँ आशीर्वाद लेने जरूर आते हैं. जेजुरी में दो बहुत ही मशहुर मंदिर है पहला पर्वत के पास है तो दूसरा जहां पर सोमवती उत्सव मनाया जाता है.
सोमवती उत्सव यहाँ का सबसे अलग और शानदार त्यौहार माना जाता हैं जहां सभी लोग धूमधाम से मस्ती करते हैं और हल्दी के सुनहरे रंग में रंग जाते हैं. हर साल इस उत्सव में लाखो लोग शामिल होते हैं. यहाँ के खंडोबा मंदिर में सबसे पहले पूजा होती है उसके बाद गोल्डन हल्दी से पूरे शहर को रंग दिया जाता हैं.
जेजुरी को सोन्याची जेजुरी नाम से भी जाना जाता है. इस उत्सव को मनाने की कोई फिक्स डेट या सीजन नहीं होता है यह एक साल में कई बार मनाया जाता है. इसे मनाने के लिए सबसे ख़ास दिन सोमवती अमावस्या माना जाता है.