क्यों लोग पहनते हैं काला धागा?
अक्सर आप देखते हैं की लोग काले धागे को पहनते हैं। काला धागा पहनने से इंसान को बुरी नजर और दोष नही लगता है, ऐसी मान्यता है। काले धागे को आप हाथ या गले में पहन सकते है। क्यों पहना जाता है । काला धागा क्या है या इसके पीछे छिपे कारण आइये जानते हैं।
कहते है विश्वास और अंध विश्वास में केवल सोच का अंतर होता है. यानि अगर आप धर्म से संबंधित किसी चीज को माने तो वो विश्वास और अगर न माने तो अंध विश्वास कहलाता है. जैसे कि यदि हमारे घर में किसी नवजात बच्चे की या किसी छोटे बच्चे की तबियत खराब हो जाएँ तो हम यही कहते है, कि जरूर इसे किसी की नजर लगी होगी. इसके इलावा हमारे बड़े बुजुर्गो का भी ये मानना है, कि जब घर में या कही भी कोई शुभ कार्य किया जाता है, तो उसमे काले कपडे नहीं पहनने चाहिए. वो इसलिए क्यूंकि काले कपडे पहनने से चारो तरफ नकारात्मक ऊर्जा फ़ैल जाती है.
हमारे खुशियां अचानक सुख/खुशी से दुख में बदल जाए या हमेशा प्राप्त होने वाला धन लाभ अचानक हानि में बदल जाए या परिवार का आपसी तालमेल बिगड़ जाए । जब इस प्रकार की घटनाएं होने लगे तक संभव है कि आपको या आपके परिवार या आपकी जॉब या व्यवसाय को किसी की बुरी नजर लगी हो। इससे बचने के लिए ज्योतिष में कई तरीके बताए गए हैं।जिसमे एक उपाय हैं श्री भैरव जी का अभिमंत्रित रक्षा कवच या काला डोरा।
पंडित दयानन्द शास्त्री ने बताया कि विष्णु के अंश भगवान शिव के पांचवें स्वरूप शिव के सेनाध्यक्ष श्री भैरवनाथ को महाकाल तथा काल भैरव के नाम से भी जाना जाता है। इनकी उपासना से सभी प्रकार की दैहिक, दैविक, मानसिक परेशानियों से मुक्ति मिलती है। भोले भंडारी शिव भोलेनाथ की पूजा से पूर्व काल भैरव की पूजा होती है। ऐसा वरदान भोलेनाथ ने काल भैरव को दे रखा है। इन्हें उग्र देवता माना जाता है मगर शीघ्र प्रसन्न हो जाते हैं। इसलिए इन्हें देवताओं का कोतवाल भी माना जाता है।
ज्योतिषशास्त्रियों का मानना है कि शुभ रंग आपके जीवन में भाग्य का उदय करता है, जबकि अशुभ रंग आपके भाग्य को कम कर देता है। कोई भी रंग आंखों के रास्ते से होते हुए इंसान के मन में प्रवेश करता है और उसके स्वास्थ्य, सोच और आचार-विचार पर गहरा प्रभाव छोड़ता है। हमेशा से यही माना जाता रहा है कि काला रंग काफी अशुभ होता है। जब भी कोई शुभ काम करना होता है तो काले रंग के कपड़े पहनने की सलाह नहीं दी जाती है।
काला टीका लगाने के पीछे है वैज्ञानिक कारण:
इससे घर पर बुरी शक्तियों का प्रभाव नहीं पड़ता है। कुछ लोग इसे केवल प्राचीनकाल से माना जाने वाला अन्धविश्वास मानते हैं, जबकि कुछ लोग इसके प्रभाव से परिचित होते हैं काला धागा बांधने और काला टीका लगाने के पीछे एक वैज्ञानिक कारण भी है। यह सभी लोगों को पता है कि काला रंग ऊष्मा का अवशोषक होता है। मान्यता के अनुसार काला धागा या काला टीका बुरी ऊर्जा को अवशोषित कर लेता है।
काला धागा बचाता है बुरी ऊर्जा से:
इस वजह से बुरी ऊर्जा का प्रभाव व्यक्ति पर नहीं पड़ता है। केवल यही नहीं मंगलवार या शनिवार के दिन हनुमान जी के चरणों से लगाकर बांधा गया काला धागा, हर मुसीबत से दूर रखता है। अगर आपको भी जीवन में किसी चीज की कमी है और आप अपने धन दौलत और ऐश्वर्य को बढ़ाना चाहते हैं तो मंगलवार या शनिवार के दिन काले रंग का रेशमी या सूती धागा खरीदें।
एक प्रचलित टोटका जिसका इस्तेमाल करने पर पैरों के दर्द से मुक्ति मिलती है। कई लोग काले रंग के धागे को पैरों में बांधते हैं। अधिकांश लोगों का मानना है कि पैरो में दर्द होने पर अगर कला धागा एड़ी के ऊपर बाँधा जाये तो दर्द कि शिकायत दूर हो जाती है, साथ ही भविष्य में दर्द उठने कि सम्भावना भी कम रहती है। आश्चर्यजनक तोर पर इस टोटके के सकारात्मक परिणाम देखने को मिलते हैं। काला धागा पहनने या काला टीका लगाने की परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही है और यह आज भी प्रचलित है। तार्किक लोग इसे एक प्राचीन अंधविश्वास से अधिक कुछ भी नहीं मानते। पर यह भी सच है विश्वास एक प्रकार की सकारात्मक मानसिकता है जिसके कारण इन्सान का जीवन किर्याशील है।
जानिए केसे होता हैं नकारात्मकता से बचाव:
काला रंग उर्जा और ऊष्मा का अच्छा अवशोषक होता है | यह जब शरीर पर बंधा रहता है तो नेगेटिव एनर्जी को शरीर में आने से पहले ही अपनी तरह खीच लेता है | यह रक्षा कवच की तरह कार्य करता है |
क्यों लोग पहनते हैं काला धागा?
इंसान का शरीर पांच तत्वों से बना है। जब इंसान पर बुरी नजर लगती है तब उसके शरीर को उर्जा देने वाले ये तत्व काम नहीं करते हैं। जिससे इंसान की सेहत पर असर पड़ता है। ऐसे में काला धागा पहनने से आपके पांचों तत्व पूरी तरह से काम करते हैं। जो लोग गले या हाथ में काला धागा पहनते हैं उनके अंदर सकारात्मक उर्जा का प्रभाव होता है। वैज्ञानिक तौर पर देखा गया है कि काला रंग उष्मा का अवशोषक होता है। इसलिए काला धाग बुरी नजर व हवाओं को अवशेषित कर देता है। जिसका असर हमारे शरीर को नहीं होता है। यह एक तरह का सुरक्षा कवच बना देता है।
काला धागा पहनने से इंसान एक प्रकार की सुरक्षा का अनुभव करता है। यदि रात में डरवाने सपने आते हैं तो काले धागे को किसी पंड़ित से अभिमंत्रित करवाके उसे पहनें।
इंसान भले ही इन बातों को माने न माने लेकिन एक बार जरूर इसका प्रयोग करके देखें आपको खुद ही असर दिखने लग जाएगा। क्योंकि कई बार कई चीजें आपको ठीक नहीं कर पाती हैं वहां एक छोटा सा काला धागा आपको कई सारी परेशानियों से बचा सकता है।
।।शुभम भवतु।।
।।कल्याण हो।।
ज्योतिषाचार्य पण्डित दयानन्द शास्त्री, उज्जैन