शुरू हुआ संभाग का सबसे बड़ा ब्रह्माकुमारीज का मानसरोवर कोविड सेन्टर
आबू रोड, 22 अप्रैल, निसं। सिरोही जिले में तेजी से बढ़ते करोना मरीजों की संख्या को देखते हुए उनके बेहतर इलाज के लिए संभाग का सबसे बड़ा ब्रह्माकुमारीज संस्थान का किवरली स्थित मानसरोवर आईसोलेशन सेन्टर के गुलशन बिल्डिंग में पुन: शुक्रवार यानि आज से प्रारम्भ हो गया। जिसमें आठ सौ बेड है फिलहाल पांच सौ बेड शुरू किये जायेंगे।
ब्रह्माकुमारीज संस्थान ने 500 बेड के साथ संभाग के सबसे बड़े मानसरोवर कोविड एवं आइसोलेशन केंद्र को पुनः जनसेवा में प्रशाषन को सुपुर्द कर दिया है। साथ ही मरीजो और स्टाफ के लिए जब तक कोविद का इलाज लेने के लिए लोग आएंगे उनके तीनो टाइम भोजन की भी व्यवस्था करता रहेगी। बेहतरीन सुविधा, हवादार बिल्डिंग और लोगों की दुआओ से जल्दी लोग ठीक होकर अपने जाएंगे। प्रशासन की ओर से दवाओं, चिकित्सको और ऑक्सीजन की व्यवस्था की जाएगी।
प्रेम निवास तथा आत्म दर्शन में कारोना पाजिटिव की संख्या ज्यादा होने पर ब्रह्माकुमारीज ने की पहल
इससे पूर्व ब्रह्माकुमारीज संस्थान ने कुछ दिन पूर्व ही तलहटी स्थित प्रेम निवास तथा आत्म दर्शन भवन उपलब्ध कराया था। जिसमें करोना मरीजों का इलाज चल रहा था। 235 बेड वाले इन दोनो भवनों में इलाज चल रहा था। लेकिन संख्या ज्यादा होने के कारण ब्रह्माकुमारीज संस्थान ने पहल करते हुए किवरली स्थित मानसरोवर आईसोलसन केन्द्र को प्रशासन को मुहैय्या करायी है।
जिसमें अब करोना मरीजों को इलाज शुरू हो जायेगा। जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद, माउण्ट आबू उपखण्ड अधिकारी अभिषेक सुराणा तथा आबू रोड तहसीलदार को इसकी जानकारी दी है। इस भवन में सभी सुविधायें उपलब्ध हैं।
फरवरी में करोना मरीजों से हुआ था मुक्त
पिछले वर्ष जब करोना की केस तेजी से बढऩे प्रारम्भ हुए थे। तब ब्रह्माकुमारीज संस्थान ने इसे करोना मरीजों के इलाज के लिए दिया था। जिसमें तकरीबन 11 महीने तक इसमें करोना मरीजों का इलाज चला और फरवरी में यह करोना मुक्त हो गया था। जिसका ब्रह्माकुमारीज संस्थान ने रंगरोगन कर योग साधना का कार्यक्रम प्रारम्भ कर दिया था। परन्तु दो महीने बाद ही करोना के केस तेजी से बढऩे के कारण ब्रह्माकुमारीज संस्थान ने इसे प्रशासन को दिया है।
99 प्रतिशत रहा था रिकवरी रेट
पिछले वर्ष करोना काल में यहॉं पर करोना मरीजोंं का रिकार्ड 99.2 प्रतिशत रिकवरी रहा।
मेडिटेशन और अध्यात्म का माहौल
इस मानसरोवर आईसोलेसन सेंन्टर में मेडिसीन के साथ मेडिटेशन और अध्यात्म के लिए भी प्रेरित किया जाता रहा है जिससे सकारात्मक माहौल के कारण मरीज जल्दी ठीक हो जाते हैं।
Source : Press Release