झारखण्ड, २० मई; चक्रधरपुर के भगवान वेंकेटेश्वर मंदिर में पांच दिन के वार्षिक ब्रह्मोत्सव के दूसरे दिन तिरुपति के पुरोहितों के द्वारा कई धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन किया गया. सबसे पहले भगवान गरुड़ देव की पूजा की गई.
आसमान में उड़ते गरुड़ का दर्शन
भगवान वेंकेटेश्वर मंदिर में जब गरूड़ स्तंभ की पूजा की गई तो आसमान में कई गरुड़ उड़ते नजर आए. चक्रधरपुर भगवान वेंकेटेश्वर मंदिर के अध्यक्ष केटी राव ने कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है, जब गरुड़ देव अपने पूजा के दौरान ही भगवान वेंकेटेश्वर मंदिर के ऊपर मंडराने लगे. अब तक ब्रह्मोत्सव के पांचवे दिन समापन के दौरान गरुड़ का आगमन मंदिर के ऊपर होता था.