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इस नवरात्रि एक अकेली मां के साथ खड़े होइए…दीपावली पर अनाथ वृद्ध माओं की मदद कीजिए…

इस नवरात्रि एक अकेली मां के साथ खड़े होइए…दीपावली पर अनाथ वृद्ध माओं की मदद कीजिए…

2004  की एक दोपहर धीरी लालजी आगरा के रेलवे स्टेशन पर ट्रेन पकड़ने पहुंचे। प्लेटफार्म पर एक अत्यंत वृद्ध व्यक्ति को देखकर वो अचानक रुक गए। वो कमजोर दिखने वाले बुजुर्ग सिर झुकाए बैठे थे और उनकी आंखों से आंसू टपक रहे थे। धीरी लाल जी ने उनके पास पहुंचकर पूछा कि क्या हुआ बाबा? बाबा कुछ न बोले, फिर धीरी लाल जी ने उनके कंधे पर हाथ रखा और स्वयं बैठ गए, आसरा दिया और फिर से पूछा। बाबा की आँखों में समा सकने वाले सारे अश्रु झर-झर निकलने लगे और जो उन्होंने कहा उसे सुनकर धीरी लाल दुखी हो गए। बाबा ने कहा कि मेरे पुत्र ने घर से निकाल दिया है, मारता पीटता है और अब मेरा कोई सहारा नहीं है। धीरी लाल ने कहा अब कहा जाओगे आप। बाबा ने कोई जवाब नहीं दिया। कुछ सोचने के बाद धीरी लाल ने कहा आप यही रहना, मैं अपनी और आपकी टिकट लेकर आता हूं, आप मेरे साथ ही चलो, बाकी ईश्वर की मर्जी।

टिकट खरीदकर जब धीरी लाल लौटे तो प्लेटफार्म के सामने भारी भीड़ लगी थी। भीड़ के पीछे क्या था, उन्हों पता नहीं, वो भीड़ से बचते हुए उस बाबा को खोजने लगे, तभी रेलवे पुलिस आ गई और लोगों को हटाने लगी। धीरी लाल भी पीछे हटे, पर जैसे ही सामने का नजारा दिखा, उनके हाथ से टिकट छूट गया। सामने पटरियों पर बाबा का खून से लथपथ शरीर पड़ा था। धीरी लाल के जाने के बाद बाबा ने प्लेटफार्म पर आती एक ट्रेन के सामने कूदकर जान दे दी थी….

इस घटना ने धीरी लाल को भीतर से हिला कर रख दिया। यात्रा स्थगित की और ठान लिया कि किसी भी वृद्ध को अब अनाथ नहीं होने देंगे। अपने घर पर ही एक कमर में 2004 में वृद्धों को ऱखना शुरु कर दिया। फिर 2006 में अपने पिताजी के नाम पर रामलाल वृद्धाश्रम खोला और आज 270 वृद्धों की सेवा का काम यहां हो रहा है।

नवरात्रि के दौरान जब पूरा देश माता भगवती की आराधना में जु़टा हुआ था, तब एक महिला पत्रकार ने इस वृद्धाश्रम में कदम रखा और जब उसने यहां रह रही माओं से बात की। अपने युवा बच्चों द्वारा बुढ़ापे में अनाथ कर दी गई इन महिलाओं का दर्द आपको भी मर्माहत कर देगा….सुनिए…

https://www.facebook.com/patrikauttarpradesh/videos/1791206500892760/

रिलीजन वर्ल्ड ने इस वीडियो को सुनकर रामलाल वृद्धाश्रम के प्रभारी शिवप्रकाश शर्मा जी से बात की। शिवप्रकाश जी धीरी लालजी के बेटे हैं और सरकारी नौकरी छोड़कर अपने पिता के इस प्रकल्प को चलाने में लगे हैं। उन्होंने रिलीजन वर्ल्ड को बताया कि कैसे 2006 से एक कमरे से उनके पिताजी द्वारा शुरु किया गया से मानवीय प्रयास आज समाज की मदद से अपनी सार्थक भूमिका निभा रहा है।

रिलीजन वर्ल्ड रामलाल वृद्धाश्रम की मदद करने के लिए आतुर है। हमें आपका सहयोग चाहिए। हम दीवाली पर इस वृद्धाश्रम में हर चेहरे पर खुशी और रोशनी देखना चाहते है। इसके लिए हमनें तय किया है कि हम संतो से अनुरोध करेंगे कि वे छोटी दीपावली को आगरा के इस वृद्धाश्रम में रिलीजन वर्ल्ड के साथ चलकर जो मदद हो सकती है वो करें।

हमारी आपकी सबकी एक भूमिका है। रिलीजन वर्ल्ड के पाठकों से उम्मीद है कि वो इस दीपावली में एक दीप एक अकेली मां के साथ जलाने का प्रण लेगें। आप सभी का छोटी दीपावली पर इस वृद्धाश्रम में स्वागत है। अगर आप नहीं आ सकते तो, इस वृद्धाश्रम की जैसी भी मदद करनी हो, हमें भेजें। हम उनतक पहुचाएंगे। आप हमे इस नंबर पर संपर्क कर सकते हैं – 9717 000 666

रामलाल वृद्धाश्रम की जानकारी –

The Ram Lal Vriddh Ashram, situated in Sector-10, Avas Vikas Colony, Sikandra, Agra provided the free food, clothes, Medicines and other help to poor, Helpless, Homeless, suffering peoples of ail castes & religious. Kindly send such poor peoples to The Ashram.

The Construction work of a big Vriddh Ashram has been started by the society near Kailash Temple. People may become a member to provide a help for poor people related to tha Ashram. Kindly People are requested to construct the rooms on the name of their parents and may get the benefits in Income Tax under the Income Tax rules 80G and may also get the blessing of their Grand father & Grand mother. Cheque in the name of  – Sant Sundardas Seva Samiti

Post By Religion World