वर्धमान से महावीर तक: सच्चे वीर की कथा
वर्धमान से महावीर तक: सच्चे वीर की कथा कुंडलग्राम की धरती पर जब राजा सिद्धार्थ और रानी त्रिशला के घर वर्धमान का जन्म हुआ, तो वह कोई साधारण घटना नहीं थी। रानी ने 14 शुभ स्वप्न देखे थे, जो इस बात का संकेत थे कि यह बालक एक दिव्य आत्मा है। वर्धमान बचपन से ही साहसी, शांत और करुणामय थे। उन्होंने एक बार विषैले साँप को भी बिना हिंसा के जीवनदान दिया, जिससे लोग उन्हें… Continue reading वर्धमान से महावीर तक: सच्चे वीर की कथा