संविधान दिवस पर जैन संत आचार्य लोकेश सम्मानित
- संविधान को अपनाना और उसका पालन करना ही राष्ट्र भक्ति है – राम माधवन
- भारतीय संविधान में समाज के हर वर्ग को समान अधिकार दिये – भूपेन्द्र यादव
नई दिल्ली : इंडिया फ़ाउंडेशन सेंटर फॉर दलित स्टडीस और कबीर के लोग द्वारा मालवेंकर हाल में आयोजित ‘संविधान ही समाधान’ सम्मेलन को संबोधित करते हुए अहिंसा विश्व भारती के संस्थापक आचार्या डा. लोकेश मुनि ने कहा कि भारतीय लोकतंत्र के जागरूक नागरिक होने के नाते हमारा दायित्व है कि हम अपने अधिकारों कि मांग करने के साथ साथ अपने कर्तव्यों का भी पालन करें | इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के महासचिव एवं सांसद श्री राम माधवन एवं श्री भूपेन्द्र यादव, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं बिहार विधान परिषद के सदस्य डा. संजय पासवान, पांचजन्य के संपादक श्री हितेश शंकर,डीआरआई से श्री अतुल कोठारी, दलित इंडियन चेम्बर ऑफ कॉमर्स अँड इंडस्ट्री के चेयरमैन श्री मिलिंद कांबले, प्रख्यात सूफी गायक श्री हंस राज हंस एवं अनेक प्रख्यात महानुभाव उपस्थित थे | इस अवसर पर आचार्य लोकेश को सम्मानित किया गया।
शांतिदूत आचार्य लोकेश मुनि ने इस अवसर पर कहा कि हर भारतीय को संविधान मे विश्वास रखते हुये उसका पालन करना चाहिए | लोकतन्त्र मे हिंसा, घृणा, नफरत का कोई स्थान नहीं | सभी भारतीय जब एकजुट होकर आपसी मतभेद मिटाते हुये देश के विकास के लिए कार्य करेंगे तो भारत का विश्व शक्ति बनना निश्चित है | आज विश्व के कोने कोने मे भारतीय मूल के लोगो ने उल्लेखनीय कार्य करते हुये भारत को एक विशिष्ट पहचान दी है |
श्री राम माधवन ने कहा कि लोकतन्त्र में यह जरूरी है कि हम अपनेव्यक्तिगत और सार्वजनिक जीवन में अखंडता को कायम रखे, संवैधानिकनिकायों और प्रक्रियाओं में विश्वास और सम्मान रख। संवैधानिक नियमों का पालन करना ही सही मायनों मे राष्ट्र भक्ति है।
श्री भूपेन्द्र यादव ने कहा कि भारतीय संविधान में समाज के हर वर्ग को समान अधिकार दिये गए है| सभी के विकास और उत्थान के लिए प्रयास किए गए हैं | प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में भारत के अभिनव ऊंचाईया हासिल की है |
डा. संजय पासवान ने कहा कि आचार्य लोकेश ने विश्व मे अंतर धार्मिक सद्भावना बनाने के लिए उल्लेखनीय प्रयास किए है | उन्होने विश्व के विभिन्न धर्मों के अनुयायियों को साथ लाकर आपसी मतभेद मिटते हुये विश्व शांति कि दिशा मे एक मिसाल कायम की है |
इस अवसर पर डा. संजय पासवान द्वारा संपादित व प्रेमेन्द्र मिश्रा द्वारा लिखित पुस्तक ‘कबीर की राह और कबीर के लोग’ एवं प्रो. अशोक गजानन मोड़क द्वारा लिखित पुस्तक ‘डा. अंबेडकर का राष्ट्रवादी चिंतन’ का लोकार्पण हुआ।