देसंविवि परिवार ने आपदा राहत कोष में हर संभव मदद की अपील की
- देसंविवि परिवार ने आपदा राहत कोष में भेंट किया एक लाख रुपये
- डाॅ प्रणव पण्ड्या ने वीडियो जारी कर डाॅक्टर्स, पुलिस व मीडियाकर्मियों को किया सैल्यूट
हरिद्वार 15 अप्रैल। आज पूरा विश्व वैश्विक महामारी कोरोना से जुझ रहा है। ऐसे में प्रायः हरेक व्यक्ति अपनी सामर्थ्यनुसार सहयोग कर रहा है। चिकित्सा, पुलिस, मीडिया के जुड़े लोग अपनी जान जोखिम में डालकर जरुरतमंदों की सेवा में जुटे हैं। शांतिकुंज के साथ देवसंस्कृति विश्वविद्यालय परिवार भी इसमें अपना पूर्ण सहयोग कर रहा है। वहीं अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुख डाॅ प्रणव पण्ड्या ने एक वीडियो संदेश जारी कर डाॅक्टर्स, नर्सेस, पुलिसकर्मियों एवं मीडिया से जुड़े लोगों का हरसंभव सहयोग करने की अपील की। साथ ही उनके कार्यों को सेल्यूट किया।
सहयोग की इसी कड़ी में विवि परिसर में निवासरत कार्यकत्र्ता, शैक्षिक व गैर शैक्षिक स्टाफ सदस्यों, द्वारा एकत्रित एक लाख रुपये की धनराशि शांति कुञ्ज राहत कोष में आज जमा की। इसमें विवि के सुरक्षाकर्मियों के अलावा कई अन्य भी शामिल हैं। सभी ने स्वेच्छा से कोरोना के विरुद्ध छिड़ी वैश्विक जंग में यथासंभव सहयोग करने के उद्देश्य से एकत्रित किये थे। विवि के विद्यार्थी एक छात्र श्री अनिमेष भगत ने अपने एक सत्र का संरक्षण शुल्क इस राहत कोश में अर्पित कर दिया।
गौरतलब है कि भारत में लॉकडाउन के साथ ही शांतिकुंज व देव संस्कृति विश्वविद्यालय ने जनहित के लिए यज्ञीय परम्परा का पथ चुना और कई औषधीय जड़ी-बूटियों से मिश्रित हवन सामग्री से विशेष वैदिक कर्मकाण्डों के साथ हवन किया जा रहा है। वहीं प्रतिदिन जरुरतमंद नागरिकों के लिए एवं सेवारत पुलिसकर्मियों के लिए भोजन की व्यवस्था भी चलाई जा रही है। गायत्री परिवार के संस्थापक पं० श्रीराम शर्मा आचार्य जी द्वारा दिया गया मंत्र “अपनी रोटी मिल बाँट कर खाए जिससे आपके सभी भाई-बहन सुखी रह सके” को चरितार्थ किया जा रहा है। वहीं देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ० प्रणव पण्ड्या ने अपने वीडियो संदेश में लाखों गायत्री को अपने-अपने घरों में प्रतिदिन यज्ञ कर वातावरण परिष्कार हेतु आहुति प्रदान करने एवं लोकहित की भावना से यथासम्भव सहयोग करने के लिए कहा है।