लॉकडाउन के कारण लोग अपने घरों में ही हैं और हर दिन कोरोना वायरस से जुड़ी खबरें टीवी-सोशल मीडिया पर देख-सुनकर उनके मन में नकारात्मक विचार बैठ गए हैं।
कई लोगों को तो मनोरोग विशेषज्ञों का सहारा तक लेना पड़ रहा है। ऐसे में धर्म-अध्यात्म से जुड़े उपाय आपको नकारात्मकता से दूर करके आपके मन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार कर सकते हैं।
सूर्य नमस्कार
प्रतिदिन सूर्योदय के समय उठ जाएं। स्नान करके सूर्य को जल का अर्घ्य दें और सूर्य नमस्कार की कम से कम 12 आवृत्तियां करें। प्रत्येक आवृत्ति में 12 अवस्थाएं होती हैं।
सूर्य नमस्कार की ये 12 अवस्थाएं अधिकांश लोग तो जानते हैं, जो नहीं जानते हैं वे इंटरनेट पर देख सकते हैं। इन 12 अवस्थाओं के 12 मंत्र होते हैं, जिनका उच्चारण करते हुए आप सूर्य नमस्कार करेंगे तो शारीरिक स्वस्थता के साथ आप अपने भीतर एक अद्भुत ऊर्जा का संचार होते महसूस करेंगे।
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ऊं का जाप
ओम को ब्रह्मांड की प्रथम ध्वनि कहा गया है। ओम के उच्चारण का महत्व पूरी दुनिया के वैज्ञानिकों ने एकमत से स्वीकार किया है। यदि आप दिन में किसी भी समय केवल 11 मिनट ओम का उच्चारण करते हैं तो आपके मन की नकारात्मकता दूर होगी ।
आपके आसपास एक सुरक्षा घेरा तैयार होगा, जिससे आपको रोगों से लड़ने की क्षमता और शक्ति प्राप्त होगी। ओम का जाप आप परिवार के सभी सदस्यों के साथ मिलकर करेंगे तो इसके उच्चारण से होने वाला कंपन अधिक लाभदायक होगा।
ओम जाप के लिए परिवार के सदस्य एक निश्चित दूरी पर आसन बिछाकर बैठ जाएं। आलथी-पालथी बनाकर आंखें बंद करें, कमर सीधी रखें, हाथों की चिन मुद्रा बनाकर दोनों घुटनों पर रखें और जाप शुरू करें। लगातार 11 मिनट एक स्वर में एक साथ जाप करें।
ध्यान करें
ध्यान करना वैसे तो बहुत कठिन प्रक्रिया है। अपने मन को किसी एक जगह केंद्रित करके ध्यान लगाना आसान नहीं है। लेकिन आप कुछ सरल सी प्रक्रिया अपनाकर कुछ देर ध्यान की अवस्था में बैठ सकते हैं।
इसके लिए आप घर के किसी साफ-स्वच्छ हवादार, एकांत स्थान को चुनें। वहां जमीन पर आसन लगाकर किसी भी सुखासन में बैठ जाएं। आंखें बंद करें और अपने मन को दोनों भौहों के बीच में लाकर स्थिर करने का प्रयास करें।
इस दौरान बाहरी विचारों को मन में ना आने दें। यदि ऐसा नहीं कर पा रहे हैं तो अपने फोन में ईयर प्लग लगाकर ऊं का उच्चारण सुनें या कोई और मंत्र जो आपको पसंद हो उसे ध्यान से सुनें।
कुछ ही देर में आपका मन ऊं के उच्चारण या उस मंत्र से जुड़ जाएगा और आप ध्यान की अवस्था में पहुंच जाएंगे।
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