देवदह बनेगा बौद्ध धर्म का महत्वपूर्ण केंद्र
महराजगंज, 25 अगस्त; उत्तर प्रदेश के नौतनवां तहसील क्षेत्र के बनरसिहा कला में रविवार को सिटीजन फोरम एवं देवदह बौद्ध विकास समिति के संयुक्त तत्वावधान में बौद्ध शोध सम्मेलन आयोजित किया गया. परिचर्चा में पहुंचे विद्वानों व अतिथियों ने बनरसिहा कला को भगवान बुद्ध से जुड़ा एक महत्वपूर्ण स्थान बताते हुए भविष्य में इसे एक अंतरराष्ट्रीय केंद्र के रूप में विकसित होने की पूरी संभावना जताई.
इस एक दिवसीय शोध सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि अंतरराष्ट्रीय बौद्ध ज्ञाता एवं पुरातत्वविद लामा लोप जंग ने कहा कि तथागत भगवान बुद्ध से जुड़ी इस स्थली की पुरातत्व विभाग द्वारा खुदाई के बाद इसके लुंबिनी व नालंदा की तरह विकसित होने की पूरी संभावनाएं मौजूद हैं. उन्होंने कहा कि भगवान बुद्ध के दर्शन से आज भी दुनिया के कई देश विकास की नई इबारत लिख रहे हैं. मुख्य वक्ता एवं नालंदा विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. रवींद्र पंत ने कहा कि खुदाई के बाद इस स्थान से जुड़ी बहुत सी महत्वपूर्ण जानकारियां स्वत: स्पष्ट हो जाएंगी और इसकी लोकप्रियता पहले की तुलना में काफी बढ़ जाएगी.
संर्पूणानंद संस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी के प्रोफेसर रमेश प्रसाद ने कहा कि यह स्थान अपने में तमाम संभावनाओं को समेटे हुए है. सांसद पंकज चौधरी ने कहा कि देवदह से ही जिले को पहचान मिलेगी. इसके लिए सरकार से वार्ता चल रही है. बनरसिहा के विकास से जनपद का भी विकास होगा. कार्यक्रम की अध्यक्षता करते जिलाधिकारी अमरनाथ उपाध्याय ने कहा प्रशासनिक स्तर पर इस स्थान को विकसित कर दर्शनीय बनाने के लिए हर संभव सहयोग किया जाएगा.