नशे का त्याग करने की अपील के संग मना दो प्रमुख जैन संतों का जन्मदिवस
- आचार्य श्रीमद विजय इन्द्रदिन्न सूरीश्वर जी म.सा. की 96वीं जन्म जयंती
- समाधि सम्राट आचार्य श्री विद्याभूषण सन्मति सागर जी महाराज की 69वीं जन्म जयंती
- धर्मयोग मानव सेवा यज्ञ ने किया आयोजन
- बीड़ी, सिगरेट, तम्बाकू, गुटखा, शराब आदि नशा को त्याग करने की अपील
नई दिल्ली। आचार्य श्रीमद विजय इन्द्रदिन्न सूरीश्वर जी म.सा. की 96वीं जन्म जयंती एवं परम पूज्य समाधि सम्राट आचार्य श्री विद्याभूषण सन्मति सागर जी महाराज की 69वीं जन्म जयंती के पावन अवसर पर दिनांक 28 अक्टूबर 2018 (रविवार) को सांसद निवास नई दिल्ली में श्री योगभूषण जी महाराज ने धर्मयोग मानव सेवा यज्ञ का आयोजन किया। जिसमें निर्धन, निराश्रित एवं असहाय बीमार बंधु जनों में वस्त्र व भोजन सामग्री का वितरण कर मंगल आशीष प्रदान किया। चरित्र निर्माण के संबंध में योगभूषण जी महाराज ने कहा कि हमारा खान–पान, रहन–सहन सात्विक होगा, तो हम अपने जीवन को सुखी–स्वस्थ–समृद्ध और शक्तिशाली बना पाएंगे। बीड़ी, सिगरेट, तम्बाकू, गुटखा, शराब आदि नशा को त्याग करने की अपील करते हुए गुरूदेव ने कहा कि किसी भी देश में ये विज्ञापन नहीं मिलता कि नशा करने से स्वास्थ्य लाभ होता है या जीवन खुशहाल बनता है।
स्वयं गुटखे की पुड़िया पर भी लिखा होता है कि तम्बाकू सेवन से कैंसर हो सकता है इसलिए अपने जीवन को स्वस्थ समृद्ध और शक्तिशाली बनाना चाहते हो तो आज ही इन सब बुरे व्यसनों का त्याग कर अपने जीवन को एक नई दिशा प्रदान करो। गुरूदेव के इस आह्वान पर तमाम लोगों ने अपनी जेबों से बीड़ी, सिगरेट, तम्बाकू निकाल कर गुरूदेव के चरणों मे रख दिये और सदाचारी बनने का संकल्प किया।
इस समायोजन में आदिवासी कल्याण प्रकल्पों से जुड़े सुखी परिवार फाउंडेशन के संस्थापक परम श्रध्देय गणि राजेन्द्र विजय जी म.सा. का ससंघ सानिध्य प्रदान हुआ। उन्होंने भी अपने उदबोधन में भगवान महावीर स्वामी का संदेश “जिओ और जीने दो” का सार बताते हुए मानव सेवा को सर्वोपरि ठहराया। इस कार्यक्रम का समायोजन धर्मयोग फाउंडेशन एवं सुखी परिवार फाउंडेशन ने संयुक्त रूप से किया।कार्यक्रम का संचालन श्री ललित गर्ग ने किया। समारोह में विशम्बर दयाल बाबूजी, योगांशी धर्मयोगी, गौतम कुमार शर्मा, संजय झा, महेश साहू, कौशलेंद्र जी अभय जैन, सरला जैन, राखी जैन आदि सहित पटपड़गंज जैन समाज के गणमान्य लोग भी मौजूद थे।