चेतना दिवस के रूप में सादगी से मना डॉ. प्रणव पण्ड्या जी का जन्मदिन
- युवाओं व समाजोत्थान के कार्यों में समर्पित है जीवन
हरिद्वार १८ अक्टूबर। अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुख व देवसंस्कृति विवि के कुलाधिपति डॉ. प्रणव पण्ड्या का ६८वाँ जन्मदिन सादगीपूर्ण माहौल में मनायागया। दीपयज्ञ के साथ जन्मदिवसोत्सव का वैदिक कर्मकाण्ड पूरा किया तत्पश्चात वे अपने पिता पूर्व न्यायाधीश श्री सत्यनारायण पण्ड्याका चरण स्पर्श कर आशीष लिया। संस्था की अधिष्ठात्री शैल दीदी सहित शांतिकुंज के कार्यकर्ता भाई-बहिनों एवं गायत्री विद्यापीठ केबच्चों ने गुलदस्ता भेंटकर स्वस्थ जीवन की मंगलकामना की।
एमडी (मेडीसिन) में स्वर्ण पदक प्राप्त डॉ. पण्ड्या ने प्रारंभ के २५ वर्ष अपने शिक्षण कार्य में बिताने के बाद शेष जीवन अपने गुरु को सौंपदिया। उन्होंने कठपुतली की भाँति अपने आपको सद्गुरु के बताये निर्देशों के पालन में लगा दिये। देश-विदेश में युवाओं का मार्गदर्शन, भारतीय संस्कृति का विश्वभर में प्रचार-प्रसार, देसंविवि के संचालन, साहित्य लेखन-संपादन, विज्ञान और अध्यात्म का समन्वय में शोधकार्य जैसे अनेक विशिष्ट कार्यों में उन्होंने जीवन होम दिया है। सादा जीवन उच्च विचार को अपने व्यावहारिक जीवन में उतारने वाले डॉ. पण्ड्या का जीवन राष्ट्र व भारतीय संस्कृति के लिए समर्पित है। उधर देवसंस्कृति विवि के मृत्युजंय सभागार में आयोजित चेतना दिवस के अवसर पर एक प्रेरणादायी लघु फिल्म दिखाई गयी। पश्चात विवि परिवार ने जन्मदिवस की शुभकामनाएँ दीं।
कुलाधिपति ने जीवन में सफलता प्राप्त करने एवं सभ्य, सुसंस्कृत व विकसित समाज हेतुविद्यार्थियों से समय प्रबंधन के साथ एक-एक बुराई को छोड़ने एवं एक-एक अच्छाई ग्रहण करने की सलाह दी। इस दौरान कुलपति श्रीशरद पारधी, प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पण्ड्या, कुलसचिव श्री संदीप कुमार, विभागाध्यक्ष, प्रोफेसर एवं विद्यार्थीगण उपस्थित थे।