प्रिंस चार्ल्स एवं अन्य महानुभावों के मध्य पहुँची देव संस्कृति की गूँज
माननीय प्रति कुलपति डॉ. चिन्मय पंड्या जी के 15 दिवसीय ब्रिटैन एवं यूरोप के दौरे का महत्वपूर्ण पड़ाव, जिसमें उन्हें Faith In Leadership संस्थान द्वारा विभिन्न धर्मो के आपसी सद्भाव विषय पर आयोजित परिचर्चा में आमत्रित किया गया। इस परिचर्चा में प्रिंस चार्ल्स, कैंटरबरी के आर्कबिशप, यहूदियों के मुख्य आचार्य, U.K. के ग्रह मंत्री एवं U.K. के प्रधान मंत्री कार्यालय के समस्त पदाधिकारी उपस्थित थे। इनके अतिरिक्त १५० से अधिक विविध धर्मो के वरिष्ठ आचार्य, कैथेड्रल के डीन, इमाम, रबी, गैर सरकारी संगठनो के प्रमुख आदि उपस्थित रहे।
यह कार्यक्रम रॉयल मेथोडिस्ट हॉल (जो वेस्टमिंस्टर के निकट एक बहुत प्रसिद्ध हॉल है और जहां 1940 में संयुक्त राष्ट्र बनाया गया था) में आयोजित किया गया था | इस कार्यक्रम में विभिन्न प्रमुखों में से केवल ५ प्रतिनिधियों को अपने विचार व्यक्त करने का अवसर प्राप्त हुआ जिसमे प्रिंस चार्ल्स, कैंटरबरी के आर्कबिशप, U.K. के ग्रह मंत्री और U.K. के प्रधान मंत्री के प्रतिनिधि के अतिरिक्त माननीय डॉ. चिन्मय पंड्या जी ने परम पूज्य गुरुदेव एवं वंदनीय माता जी के विचार व्यक्त किये |
माननीय प्रतिकुलपति महोदय के विचार से प्रभावित हो उन्हें दुसरे दिन हाउस ऑफ़ लॉर्ड्स में अपने विचार अभिव्यक्त करने का आमंत्रण मिला जहाँ पर भी डॉ. पंड्या ने गुरुसत्ता के जीवन, उनके कार्य और गायत्री परिवार एवं देव संस्कृति विश्वविद्यालय की नवीन प्रणालियों से सबको अवगत कराया | उल्लेखनीय हैं की हाउस ऑफ़ लॉर्ड्स में केवल वे ही आमंत्रित हैं जो की लार्ड की पदवी से सम्मानित हो | कुछ झलकियाँ ।
यूरोप के विभिन्न देशों में भारतीय संस्कृति का प्रचार-प्रसार कर रहे देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति डॉ. चिन्मय पण्ड्या ने लातविया के भूतपूर्व प्रधान मंत्री श्रीमती स्तरौजमा एवं लातविया के सांसद श्री अतिस लेजिंस एवं श्रीमती इनगुना सुदरबा से मुलाक़ात की व परम पूज्य गुरुदेव के चित्र भेंट किए जिन्हें सम्मान के साथ लातविया के संसद भवन में स्थापित किया गया । डॉ. पण्ड्या ने यूनिवर्सिटी ऑफ़ लातविया के सभी पदाधिकारियों को वहाँ के मुख्य सभागार में सम्बोधित किया जिसके पश्चात वहाँ के स्थानीय नागरिकों के मध्य यज्ञ का भी आयोजन हुआ ।