परमार्थ निकेतन पहुंचे मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ. श्री रमेश पोखरियाल जी ’निशंक’
ऋषिकेश, 24 जून; परमार्थ निकेतन में मानव संसाधन विकास मंत्री बनने के पश्चात प्रथम बार श्री रमेश पोखरियाल जी पधारे. परमार्थ गुरूकुल के ऋषिकुमारों और आचार्यो ने वेद मंत्रों एवं शंख ध्वनि से निशंक जी का दिव्य स्वागत किया.
श्री निशंक जी ने परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज से भेंटवार्ता कर आशीर्वाद लिया. स्वामी जी ने माँ गंगा का आशीर्वाद स्वरूप माला पहनाकर निशंक जी का अभिनन्दन किया.
ज्ञात हो कि स्पर्श गंगा कार्यक्रम भी परमार्थ निकेतन में ही आयोजित किया गया था जिसमें आदरणीय दलाई लामा जी, स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी, प्रसिद्ध कथाकर श्री रमेश भाई ओझा जी एवं अनेक पूज्य संतों व विभूतियों ने सहभाग किया था. स्वामी जी महाराज ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने माँ गंगा के लिये जो संकल्प लिये है और जो गरिमा प्रदान की है वह आने वाले समय में मील का पत्थर साबित होगी और भारत सहित विश्व में रहने वाले हिन्दूओं में माँ गंगा के प्रति आस्था और भी प्रगाढ़ होगी.
श्री निशंक जी से चर्चा के दौरान स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज ने कहा कि नमामि गंगे मिशन के तहत गंगा के किनारे के 97 शहरों और 4,465 गावों के स्वच्छ पारिस्थितिकी तंत्र को व्यापक और स्थायी बनाने के लिये जो प्रयास किये जा रहे है वह सराहनीय है.
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स्वामी जी ने कहा कि नमामि गंगे मिशन द्वारा 14 मई 2019 को कॉर्पोरेट सामाजिक दायित्व के रूप में उत्तराखण्ड में रूद्राक्ष के 10,000 वृक्ष लगाये जाने का जो लक्ष्य रखा गया है उससे गंगा जी तो स्वच्छ होगी ही साथ ही स्थानीय लोगों को रोजगार भी प्राप्त होगा.
स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज ने कहा कि आज के युवाओं को गुणवत्तापूर्ण और व्यवसायिक शिक्षा देने की जरूरत है. आज का युवा कौशल और विकास से दक्ष होना चाहिये तभी हम जीवंत और जागृत समाज का निर्माण कर सकते है.
स्वामी जी महाराज ने श्री निशंक जी को रूद्राक्ष का पौधा भेंट करे हुये उनको आशीर्वाद दिया.