शनि को न्याय के देवता कहा जाता हैं, न्याय का नाता धर्म के पालन से है और अच्छे-बुरे कर्म न्याय का आधार होते है। मान्यता है कि शनि प्रत्येक मनुष्य को उसके पाप-पुण्य और कर्मों के आधार पर ही कृपा करते हैं एवं दण्डित भी करते है। ज्योतिषाचार्य पंडित दयानन्द शास्त्री ने बताया की शनि को हमेशा से ही क्रोधी प्रवृत्ति का माना जाता है. जब शनि की बात हो तो वह कौन से भाव में तथा किस धातु के पाद में है यह जानना अति आवश्यक हो जाता है. क्योंकि ये चीजे आपके जीवन में उतार चढाव से संबधित हैं | शनि ग्रह जब सूर्य के अत्यधिक निकट यानी 16 डिग्री से कम दूरी पर होता है, तब उसे अस्त माना जाता है। इससे ऊपर की स्थिति में शनि ग्रह का उदय माना जाता है।
पिछले वर्ष 2017 में शनि गुरूवार दिनांक 26 अक्टूर 2017 को शाम 6 बजकर 11 मिनट पर धनु राशि में प्रवेश कर गए थे। 2018 में पूरे साल भर यह इसी राशि में गोचर करेंगे। वर्तमान में शनि केेतू के नक्षत्र मूल में भ्रमणशील हैं। 4 दिसंबर 2017 को सोमवार सुबह 8.32 मिनट पर शनि अस्त हो गए थे तथा सोमवार दिनांक 8 जनवरी 2018 को शाम 7 बजकर 50 मिनट पर शनि उदय होंगे। शनि का अस्तकाल सही मायनों में देश, समाज और राजनीति के लिए बड़ी भारी समस्याओं का संदेश दे रहा है।
2018 में शनि देव अपनी वक्र अवस्था में भी आएंगे। भारतीय पंचांग के अनुसार शनिदेव बुधवार 18 अप्रैल 2018 को प्रात: 7 बजकर 10 मिनट पर वक्र अवस्था में चले जाएंगे। उस समय शनि पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र के पहले चरण से वक्र होकर गुरूवार दिनांक 6 सितंबर 2018 को शाम 5 बजकर 2 मिनट पर वक्र अवस्था में रहेंगे। इस अवस्था में शनि पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र से पुन: मूल नक्षत्र में भ्रमण करेंगे। शनि का ये वक्र भ्रमण भारतीय राजनीति के लिए विस्मयकारी सिद्ध हो सकता है। ऐसी स्थिती में राजनितिक चुनावों के दरमियान सत्ता रूढ़ दलों को भारी हानि उठानी पड़ सकती है।
ज्योतिषाचार्य पंडित दयानन्द शास्त्री ने बताया की इस वर्ष होने वाले कर्नाटक के चुनाव में भारी उलट-फेर होने की संभावना है। ऐसी अवस्था में सत्ता रूढ़ दलों को हार का सामना करना पड़ सकता है। शनि और राहु चतुर वर्ग समुदाय में दलितों का प्रतिनिध्त्व करते हैं। शनि के वक्र काल में दलितों द्वारा सत्ता पक्ष के विरूद्ध बहुत बड़े विरोध का सामना करना पड़ सकता है। शनि के वक्र और अस्त काल में कच्चे तेल में भारी उछाल होने की संभावना है। जिससे महंगाई अत्यधिक बढ़ सकती है तथा जिसका पूरा भार जनता पर पड़ेगा। मंहगाई बढ़ने से जनता के क्रोध का प्रभाव सत्ता रूढ़ दलों पर पड़ेगा।
7 जनवरी 2018 (रविवार )को शनि देव उदय होने जा रहे हैं। इस रविवार ( 7 जनवरी 2018 ) के दिन सुबह के समय 5 बजकर 55 मिनट पर शनि देव धनु और केतु वाले मूल नक्षत्र में प्रवेश कर रहे हैं। शनि देव का ये उदय कई राशियों को प्रभावित करेगा। इसके साथ साथ प्रमुख रूप से चमड़ा, तेल, पेट्रो पदार्थों का व्यापार बढ़ेगा। शनि के उदय होने पर वर्ष भर सभी तरह के व्यापार में बढ़ोतरी होगी। आठ राशियों के लिए यह शुभ फलदायक रहेगा।
शनि के इस उदय का कई राशियों को लाभ मिलेगा, इनमें से 5 राशियों को विशेष लाभ होगा। इन 5 राशियों में मेष, मिथुन, सिंह, तुला और कुंभ राशि शामिल हैं। हालांकि शनि की उदय तिथि को लेकर कुछ ज्योतिषी मान रहे हैं शनि का उदय 9 जनवरी को होगा।
यहाँ ध्यान देने वाली बात यह हैं की गत चार दिसंबर 2017 से शनि अस्त था। इसका प्रभाव स्वरूप ही शीतलहर बढ़ रही है। व्यापार में भी ठहराव चल रहा है। देश में हिंसक और आगजनी की घटनाओ में अचानक से हुयी वृद्धि इसी का परिणाम थी। अब शनि ग्रह 7 जनवरी 2018 (रविवार ) के दिन सुबह के समय 5 बजकर 55 मिनट पर उदय हो गए हैं ।
ज्योतिषाचार्य पंडित दयानन्द शास्त्री से जानते हैं कि शनि देव के उदय होने का अन्य राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा
कार्यक्षेत्र में उन्नति के योग बनेंगें। आर्थिक लाभ की प्रबल संभावना है। मेष राशि वाले लोगों की जिन्दगी की आर्थिक स्थिति में जल्दी ही कुछ अच्छी खबरों के साथ सुधार होगा. अगर आप व्यपार करते है तो पैसों से जुड़ा कोई बड़ा सौदा हो सकता है. अगर आप काम की शुरुवात की स्थिति में है तो छोटे और सरल काम से शुरूआत करेंगे, तो ज्यादा सफलता मिल सकती है. आपको लोगों से पूरा समर्थन मिलेगा |भाग्योदय होगा एवं धार्मिक कार्यों के प्रति रूचि बढ़ेगी। पदोन्नति के उत्तम योग हैं।
वृषभ राशि
कामकाज में रूकावटें आ सकती हैं। आर्थिक मामलों में आ रही परेशानियों को शांत होकर सुलझाएं। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। वाहन चलाते समय सावधानी बरतें।
मिथुन राशि
भाग्य पक्ष मजबूत होगा। इस राशि वालों को भाइयों और दोस्तों से भी सहयोग मिलेगा. गोचर कुंडली में चंद्रमा पांचवें भाव में है. इस राशि के लोगों को अचानक से धन लाभ हो सकता है. आप को ऑफिस और परिवार में कुछ बदलाव भी महसूस हो सकते हैं |व्यापार में साझेदारी में किसी नए काम की शुरुआत कर सकते हैं। कार्यों में सफलता के योग बन रहे हैं।
कर्क राशि
रोग, ऋण और शत्रु समाप्त होंगें। चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। नाना और मामा पक्ष से विशेष मान-सम्मान की प्राप्ति होगी। मुश्किल कार्य में भी सफलता मिलेगी।
सिंह राशि
आर्थिक क्षेत्र में आ रही समस्याओं को शांति और सहयोग से हल करें। संतान को विदेश जाने के अवसर मिलेंगें। आर्थिक लाभ प्राप्त होगा।
कन्या राशि
सामाजिक सक्रियता में वृद्धि के योग बने हुए हैं। माता के स्वास्थ्य में सुधार आएगा। सभी प्रकार के सुखों में वृद्धि होगी।
तुला राशि
तुला राशि वालों का चंद्रमा आपकी ही राशि में रहेगा. इससे आप के ऊपर जो पहले से ही पैसे का दबाव होगा वो फुर हो जायेगा. पैसों के क्षेत्र में कुछ अच्छे मौके आज आपको मिल सकते हैं. इसकी के साथ आपको कुछ खास अनुभूतियां और पूर्वाभास भी होगा और मन की चिंताएं खत्म होंगी |भाग्यवर्द्धक यात्रा होगी। समाज में मान-सम्मान बढ़ेगा। पराक्रम बढ़ेगा और भाईयों का सहयोग आपको प्राप्त होगा।
वृश्चिक राशि
आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। संपत्ति, वाहन या मकान आदि में निवेश में सफलता मिलेगी। धन संग्रह का योग बन रहा है।
धनु राशि
भाई-बहन से जुड़े कार्यों में भागदौड़ रहेगी। कठिन परिश्रम के योग हैं। कार्यक्षेत्र में दबाव महसूस होगा। हिम्मत ना हारें।
मकर राशि
बाहरी क्षेत्रों में यात्रा आदि का योग बन रहा है। रोग, ऋण और शत्रु परास्त होंगें। किसी बड़े कार्य में धन खर्च होगा। पैसों का दुरुपयोग होगा। अनावश्यक खर्च पर लगाम लगाकर रखें।
कुंभ राशि
शनि देव के इस परिवर्तन से कुम्भ राशि के जातको के जीवन में अहम बदलाव आएगा. इस राशि के जातको जातकों को आमदनी के स्रोत में वृद्धि होगी व्यवसाय में बड़ा लाभ होने की संभवना बन रही है. रुके हुए धन के मिलने की संभवना है.
मीन राशि
कार्यक्षेत्र में वृद्धि के योग हैं। नए कार्य और व्यापार की योजना बना सकते हैं। पद-प्रतिष्ठा और पदोन्नति के योग बने हुए हैं। रोज़गार और व्यापार के उत्तम अवसर प्राप्त होंगें।
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ज्योतिषाचार्य पंडित दयानन्द शास्त्री से जानते हैं शनि शांति के उपाय…
- आप अपना कोई पुराना जूता शनिवार के दिन चौराहे पर रख दें।
- काले रंग की चिडिया खरीद कर उसे दोनों हाथों से आसमान में उड़ा दें। आपके सारे दुख और तकलीफें दूर हो जाएंगीं।
- लोहे का त्रिशूल महाकाल शिव, महाकाल भैरव या महाकाली मंदिर में अर्पित करें।
- शनि दोष के कारण विवाह में देरी आ रही है तो 250 ग्राम काली राई नए काले कपड़े में बांधकर पीपल के पेड़ की जड़ में रख दें और शीघ्र विवाह के लिए प्रार्थना करें।
- शनि को खुश करने के लिए हनुमान जी की उपासना करें। यदि न कर सकें तो प्रत्येक शनिवार को पीपल के पेड़ का स्पर्श कर उसे प्रणाम करें। ऐसा करने पर शनिदेव प्रसन्न होते हैं।
विशेष सावधानी — ये उपाय शनिवार या अमावस्या के दिन करने से विशेष फल मिलेगा।
इन दिनों के अलावा शनि देव की उपासना और उपाय शाम के समय ही करना चाहिए क्योंकि शनि देव का समय शाम का है।
पंडित दयानन्द शास्त्री ,ज्योतिष-वास्तु सलाहकार
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