नयी दिल्ली, 28 मार्च; कोरोना के कारण कोई भुखमरी से कोई ना मरे, इसके लिए दिल्ली के सिखों ने एक नई पहल शुरू करने का ऐलान किया है। इसकी जानकारी शिरोमणी अकाली दल दिल्ली के प्रधान महासचिव व दिल्ली सिख गुरद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व अध्यक्ष हरविंदर सिंह सरना ने दी।
उन्होंने कहा कि गरीब और जरूरतमंदों की मदद से दिल्ली कमेटी ने मुंह मोड़ लिया है। अब सिख परंपरा और विचारधारा की रक्षा के लिए सियासी मतभेदों को दरकिनार करके हमने जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए आगे आने का फैसला किया है।
सरना ने बताया कि सिख समुदाय के बुजुर्ग धार्मिक और व्यापारिक नेताओं ने जरूरतमंदों की मदद के लिए आगे आने का फैसला किया है। जिसमें कमेटी के पूर्व अध्यक्ष मनजीत सिंह जीके, राजिंदर सिंह चड्ढा, इकबाल सिंह आनंद, कुलभूषण सिंह चड्ढा, एम.एस. साहनी, कुलदीप सिंह चौहान, हरचरण सिंह नाग, हरप्रीत सिंह (बनीजौली) आदि सारे लोग इस अभूतपूर्व संकट में मानवता की मदद करने के लिए एक साथ आए हैं। हम राजनीतिक विरोध से ऊपर उठकर इस एकजुटता की सराहना करते हैं।
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सरना ने समुदाय के अभिजात वर्ग को स्थानीय गुरुद्वारों में विशेष रूप से ग्रन्थियों, रागियों और सेवादारों तक पहुंचने का आग्रह किया। यह हम सभी के लिए एक परीक्षण का समय है। जिन लोगों को गुरु ने समर्थ बनाया है, उन्हें उन लोगों की मदद करनी चाहिए जो एक भयानक संकट में हैं। हमें विश्वास है कि उदारता और करुणा की सिख भावना इस महामारी के दौरान चमकेगी।
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने अपने गुरुद्वारा साहिबान से जुड़ी सराय एम्स, राम मनोहर लोहिया व सफदरजंग अस्पताल के डाक्टरों के लिए देने का फैसला किया है। यह जानकारी दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा ने दी। कमेटी की मीटिंग के बाद जारी एक बयान में इस सबंध में विस्तार में जानकारी देते हुए सिरसा ने बताया कि कमेटी के पास राममनोहर लोहिया अस्पताल की मैनेजमैंट ने पहुंच की थी, जिन्हें गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब स्थित सराय के 40 कमरे डाक्टरों के लिए दिये गये हैं।
उन्होंने केन्द्रीय स्वास्थय मंत्री को जानकारी देकर बताया कि “राम मनोहर लोहिया अस्पताल के डाक्टरों के लिए गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब स्थित सराय के कमरे दे दिये गए हैं। गुरुद्वारा मोती बाग, धौला कुआं की सराय एम्स व सफदरजंग अस्पताल के डाक्टरों को देने के लिए तैयार हैं और इस सराय में 34 कमरे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि कमेटी की मीटिंग में भायह भी फैसला लिया गया कि गुरुद्वारा बंगला साहिब के साथ बने कमेटी के बड़े अस्पताल में कोरोना वायरस के मरीज रखे जा सकते हैं अगर स्वास्थय मंत्रालय ऐसा फैसला करता है तो कमेटी इन मरीजों के लिए हर जरूरी प्रबंध करने के लिए तैयार है।
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