दिल्ली में जुटेंगे 127 हिंदू संप्रदायों के पांच हजार संत : राम मंदिर पर होगी जोरदार चर्चा
देश की राजधानी दिल्ली में आने वाले देश के सभी क्षेत्रों, राज्यों, संप्रदायों और पंरपराओं से हजारों संत। ये सभी 3-4 नवंबर को आयोजित “धर्मादेश” के आयोजन में शामिल होने को निमंत्रित किए गए है।
अखिल भारतीय संत समिति के तत्वावधान में इस आयोजन के लिए कई महीनों से तैयारियां जारी है। अखिल भारतीय संत समिति के प्रेस रिलीज के अनुसार, “अखिल भारतीय संत समिति का यह मानना है कि भास्तभूमि पर पैदा हुए सभी समुदायों को एकजुट होकर राष्ट्रीय एकता और अखंडता के ऊपर हो रहे हमलों का जवाय देना वर्तमान समय की सबसे बही आवश्यकता है। देश रहेगा तो हम रहेंगे। धर्म रक्षा, राष्ट्र रक्षा ही सदा से संत समिति का उदेश्य रहा है। “वयं राष्ट्रे जागृयाम् पुरोहिता”
इन्हीं उद्देश्यों को ध्यान में रखकर 3 एवं 4 नवंबर 2018 को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में ‘धर्मादेश 2019’ आयोजित करने का निर्णय किया है । इसमें देशभर से सभी सम्प्रदायों के लगभग 5 हजार आचार्यों से लेकर संतों के आगमन का आह्वान किया गया है। देश भर से संतों का आगमन 2 नवम्बर की सायंकाल से शुरू हो जाएगा और 4 नबम्बर को सायंकाल समापन के पश्चात् आप अपने गंतव्य को सभी संत वापस जाएंगे।
विचारणीय बिन्दु :
1 . श्रद्धांजलि – 7 नवम्बर 1 966 को दिल्ली के रामलीला मैदान में गोवध को रोकने के लिए शहीद हुए संत एवं गोभक्तों को। 31 अकटूबर 1 984 को तत्कालीन प्रधानमंतरी इंदिरा गाँधी की हत्या के बाद 1,2,3 नवम्बर को मारे गए सिखों को। 30 अक्टूबर, 2 नवम्बर 1990 को अयोध्या में मुलायम सरकार द्वारा हत्या किए गए श्रीराम जन्मभूमि के कारसेवकों को।
2 . श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण पर विचार ।
3 . हिन्दू संतों के भेष में पादरियों और मौलानाओं के द्वारा यौन शोषण।
4. धर्मातरण : जनसंख्या वृद्धि के द्वारा, लवलेहाद, बांग्लादेशी, रोहिंग्या घुसपैठ ।
इस महाआय़ोजन के लिए आरएसएस, वीएचपी और कई संगठनों के कमर कस ली है। 1200 संतों की सूची और उनके रहने का पूरा इंतजाम संगठनों की मदद से दिल्ली के कई आश्रमों में किया जा चुका है। धर्मादेश के इस आयोजन में कई जगतगुरू महाराज भी पधार रहे है। जगतगुरू रामभद्रचार्यजी महाराज, जगतगुरु श्री हंसदेवाचार्यजी महाराज, अखिल भारतीय संत समिति के मुख्य निर्देशक श्रीमंहत ज्ञानदेव महाराज, अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अविचलदास जी महाराज, अखिल भारतीय संत समिति के निर्देशकजगतगुरु भानुपुरा पीठाधीश्वर,जगतगुरु शंकराचार्य वासुदेवानंद सरस्वती और कई वैदिक परंपरा के संत इसमें पधार रहे है। अखाड़ों के भी कई बड़े संत इसमें आ रहे है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेन्द्र गिरीजी महाराज, जूना अखाड़ा के सचिव नारायण गिरि और महानिर्वाणी के सचिन रविन्द्रगिरी जी महाराज भी आ निमंत्रित किए गए है।
कार्यक्रम की मुख्य रूपरेखा जगतगुरु श्री हंसदेवाचार्यजी महाराज और स्वामी जीतेन्द्रानंद सरस्वती जी महाराज कर रहे है।