गायत्री परिवार प्रमुखद्वय से मार्गदर्शन लेकर गंगा सेवा मंडल प्रशिक्षण टोली रवाना
हरिद्वार 14 नवंबर। अखिल विश्व गायत्री परिवार द्वारा संचालित निर्मल गंगा जन अभियान के अंतर्गत संगठित गंगा सेवा मंडलों के प्रशिक्षण हेतु बुधवार को पांच सदस्यीय एक टोली शांतिकुंज से रवाना हुई। ये टोली बिजनौर से लेकर उन्नाव तक के शहरों एवं नगरों में निर्मल गंगा जन अभियान में जुटे स्वयंसेवकों को प्रशिक्षण देगी। इस टोली में योगेन्द्र गिरि, सदानंद अंबेकर, अशोक सिंह, संजय त्यागी एवं रवीन्द्र शामिल है।
गायत्री परिवार प्रमुखद्वय डॉ. प्रणव पण्ड्या एवं शैलदीदी ने मंगल तिलक कर टोली को रवाना किया। इस अवसर पर डॉ. पण्ड्या ने कहा कि गायत्री परिवार द्वारा संचालित निर्मल गंगा जन अभियान में कई लाख स्वयंसेवक जुटे हैं। इसके अंतर्गत 2525 किमी की दूरी तय करने वाली पतित पावनी गंगा को निर्मल, स्वच्छ व अविरल बनाने हेतु लाखों स्वयंसेवक सेवारत हैं, जो केवल गंगा की स्वच्छता ही नहीं, वरन् समग्र गंगा तटों पर जन जागरण अभियान चला रहा है। जिससे गंगा पवित्र बनी रहे। उन्होंने कहा कि टोली हरिद्वार से लेकर उन्नाव तक के 16 जिलों में कार्यरत गंगा सेवा मण्डलों को प्रशिक्षण देगी। इसके साथ ही प्रत्येक जिलों में गोद लिये हुए गाँव व घाटों पर नियमित रूप से रचनात्मक व जन जागरण की गतिविधियों को संचालित करने की रूपरेखा पर विस्तृत चर्चा कर क्र्रियान्वयन का कार्य करेगी।
शांतिकुंज रचनात्मक प्रकोष्ठ के समन्वयक श्री केदार प्रसाद दुबे ने बताया कि यह टोली हरिद्वार से लेकर उन्नाव तक में गहन मंथन कर प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित करेगी। इस टोली का कार्यक्रम अब तक 20 नवंबर तक निर्धारित है। श्री दुबे ने बताया कि टोली आगामी कार्तिक पूर्णिमा को संपन्न होने वाले विशेष मेलों एवं माघ मेले में निर्मल गंगा जन अभियान के स्टाल लगाकर निरंतर स्वच्छता एवं जन जागरण का कार्य करेगी। आगामी प्रयागराज कुंभ में भी हजारों स्वयंसेवक गंगा तटों घाटों की सफाई में सेवाएं देंगे तथा आने वाले श्रद्धालुओं को मां गंगा की स्वच्छता हेतु जागरूक करने के काम में जुटेंगे। वहीं जल शुद्धि, तट शुद्धि के अंतर्गत गांव को आदर्श बनाने तथा श्रद्धालुओं को सच्चा तीर्थ सेवन सिखाने हेतु विभिन्न कार्यक्रम आयोजित होंगे। उन्होंने बताया कि इस अभियान के अंतर्गत नेपाल में गंगा माने जाने वाली नदी बाग्मति, पश्चिम भारत की प्रसिद्ध नदी ताप्ती सहित विभिन्न नदियों में अच्छी सफलता मिली है। उल्लेखनीय है कि विगत 2013 से अखिल विश्व गायत्री परिवार द्वारा गोमुख से गंगासागर तक निर्मल गंगा जन अभियान प्रारंभ किया गया है यह कार्यक्रम 2026 तक अविरल जारी रहेगा।