शांतिकुंज ने की गंगा घाटों की सफाई
- चार सौ से अधिक स्वयंसेवकों ने बहाया पसीना
हरिद्वार, 28 अक्टूबर। गायत्री तीर्थ शांतिकुंज के कार्यकर्ता भाई-बहन एवं विभिन्न प्रशिक्षण सत्रों में देश भर से आये चार सौ से अधिक स्वयंसेवकों ने सप्तसरोवर क्षेत्र के गंगा घाटों की सफाई में जमकर पसीना बहाया। इस दौरान साधकों ने मानव शृंखला बनाकर गंगा घाटों के रास्तों एवं गंगा घाटों से कूड़ा-कचरा एकत्रित किया।
रविवार को प्रातः शांतिकुंज के व्यवस्थापक श्री शिवप्रसाद मिश्र व नगर आयुक्त ललित नारायण मिश्र ने शांतिकुंज के गेट नं तीन से रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। देश भर में चलाये रहे स्वच्छता अभियान के प्रति लोगों को जागरुक करते हुए रैली गंगा तट पर पहुँची, जहाँ पीतवस्त्रधारी स्वयंसेवक निर्धारित टीमों के अनुसार गंगा घाटों के रास्तों एवं घाटों में सफाई चलाया। इस दौरान मानव शृंखला बनाकर कूड़ा-कचरा इकट्ठा किया गया। गायत्री तीर्थ आई पूनम देवी, कांता देवी, शांति देवी आदि ने कहा कि करवा चौथ के व्रत के बाद शांतिकुंज द्वारा गंगा तटों की सफाई में भागीदारी करना हमारे जीवन का अविस्मरणीय पल है। इसके अलावा कई राज्यों से आई बहिनों ने करवा चौथ के व्रत के बाद गंगा सफाई को पुण्य कार्य बताया।
उल्लेखनीय है कि अखिल विश्व गायत्री परिवार के प्रमुख डॉ. प्रणव पण्ड्या के मार्गदर्शन में शांतिकुंज सन् 2011 से निर्मल गंगा जन अभियान के अंतर्गत गंगोत्री से गंगासागर तक पतित पावनी गंगा को स्वच्छ व अविरल बनाने का कार्य कर रहा है। इसके अंतर्गत गंगोत्री से गंगासागर तक के गंगा को पाँच अंचलों में बाँटकर सफाई अभियान चलाया जा रहा है। प्रत्येक अंचलों के लिए अलग-अलग टीमें बनाई गयी, जिसमें इंजीनियर, सर्वेयर से लेकर विभिन्न कार्य करने वाले नैष्ठिक युवा शामिल हैं। अब तक चार चरण का कार्य पूरा किया जा चुका है। रचनात्मक प्रकोष्ठ समन्वयक श्री केदार प्रसाद दुबे की अगुवाई में निर्मल गंगा जन अभियान चलाया रहा है।