Post Image

गुजराती नववर्ष का आगमन आज से

गुजराती नववर्ष का आगमन आज से

सूरत, 20 अक्टूबर; गुजरात में शुक्रवार से गुजराती नए साल की शुरुआत हो गई. दिवाली के दूसरे दिन सांकरी के स्वामी नारायण मंदिर में ठाकोरजी के दर्शन और अन्नकूट के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं. इस साल एक साथ एक लाख से ज्यादा लोगों के लिए दर्शन की व्यवस्था की गई है. पूर्णिमा को सांकरी मंदिर में 10 हजार लोग दर्शन करने पहुंचते हैं. अन्नकूट पर सालाना उत्सव होता है. इस बार इसकी खास तैयारी की जा रही है.

दो महीने पहले से होती है मंदिर में उत्सव की तैयारी

  • शुक्रवार को होने वाले इस उत्सव के लिए पिछले दो महीने से 250 से ज्यादा भक्त तैयारियों में जुटे हुए हैं.इस दिन मिठाई, जूस, फरसाण, पंजाबी, काठियावाड़ी और बंगाली सहित 1195 प्रकार के व्यंजनों का भोग लगाया जाएगा. श्रद्धालु सुबह 11 से शाम 6 बजे तक दर्शन कर सकेंगे.
  • सांकरी के सोम काका ने 1970 में योगीजी महाराज से सांकरी में मूर्ति स्थापना का अनुरोध किया था.मगर जनवरी 1971 में महाराज का निधन हो गया. इसके बाद 3 जून को इस पहले शिखरबद्ध मंदिर में अक्षर पुरुषोत्तम महाराज और लक्ष्मीनारायण देव की मूर्ति स्थापित की गई.
  • सांकरी के स्वामीनारायण मंदिर में सत्संग के लिए 155 सत्संग मंडल बने हुए हैं.गुलाबी पत्थरों से बने इस मंदिर में इसके अलावा 88 बाल मंडल, 61 बालिका मंडल और 98 महिला मंडल भी हैं, जो मंदिर में होने वाले विभिन्न आयोजनों में भागीदारी करते हैं.

यह भी पढ़ें-गोवर्धन पूजा, अन्नकूट आज : शुभ मुहूर्त, कैसे करें पूजा

आज बंद होंगे पुराने खाते शुरू होगा नया साल

  • दिवाली के दूसरे दिन से गुजराती नए साल की शुरुआत हो जाती है.चंद्र कैलेंडर में चैत्र माह के बजाय गुजराती नववर्ष कार्तिक शुक्ल पक्ष प्रतिपदा शुरू होता है. इसी दिन अन्नकूट पूजा भी होती है.
  • गुजराती नववर्ष का पहला दिन वह समय होता है, जब पुराने बही-खातों को बंद किया जाता है और नए अकाउंट्स की शुरुआत होती है.पूरे गुजरात में अकाउंट्स को चोपड़ा के नाम से जाना जाता है.
  • एक मान्यता के अनुसार, भगवान महावीर स्वामी को दीपावली के दिन ही मोक्ष प्राप्ति हुई थी.इसके अगले दिन ही जैन धर्म के अनुयायी नया साल मनाते हैं. इसे वीर निर्वाण संवत कहते हैं.

नए काम की शुरुआत
नववर्ष के दिन गुजरात में लोग नए कार्यों की शुरुआत भी करते हैं. इसके अलावा बच्चों को खिलौने और मिठाइयां देकर उन्हें पटाखों से दूर रहने की एडवाइस देते हैं. मान्यता है कि पटाखों से जीव डरते हैं. ऐसे में, नए साल की शुरुआत किसी को डराकर नहीं की जा सकती.

—————–

रिलीजन वर्ल्ड देश की एकमात्र सभी धर्मों की पूरी जानकारी देने वाली वेबसाइट है। रिलीजन वर्ल्ड सदैव सभी धर्मों की सूचनाओं को निष्पक्षता से पेश करेगा। आप सभी तरह की सूचना, खबर, जानकारी, राय, सुझाव हमें इस ईमेल पर भेज सकते हैं – religionworldin@gmail.com – या इस नंबर पर वाट्सएप कर सकते हैं – 9717000666 – आप हमें ट्विटर , फेसबुक और यूट्यूब चैनल पर भी फॉलो कर सकते हैं।
Twitter, Facebook and Youtube.

 

Post By Shweta