हरिद्वार, 10 अप्रैल; संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने उत्तराखंड की देवसंस्कृति को वैश्विक तथा भव्य स्वरूप प्रदान करने के लिए स्थानीय देवी-देवताओं की देव डोली के कुंभ स्नान की सभी तैयारियों को व्यवस्थित रूप से किए जाने के निर्देश दिए.
देव डोली की शोभा यात्रा
विधानसभा में हुई बैठक में उन्होंने देव डोली की कुंभ स्नान की शोभा यात्रा को ऋषिकेश से लेकर हरिद्वार तक व्यवस्थित करने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि सभी जगह देव डोलियों के आवागमन से लेकर देव डोलियों के दर्शन को आने वाले भक्तगणों के आवागमन, मंच-पंडाल, जलपान, सुरक्षा, यातायात व भीड़ प्रबन्धन की व्यवस्थाओं के पुख्ता इंतजाम हों.
रूट चार्ट के निर्देश
अधिकारियों को शोभा यात्रा का रूट चार्ट बनाते हुए आपसी समन्वय से कार्यक्रम को भव्य स्वरूप प्रदान करते हुए देव डोलियों की गारिमा के अनुकूल सभी तरह की व्यवस्थाएं करने के भी निर्देश दिए.
पुष्प वर्षा के निर्देश
उन्होने संबंधित अधिकारियों को देव डोलियो तथा भक्तगणों पर हेलीकॉप्टर अथवा ड्रोन से पुष्प वर्षा करने के लिए भी निर्देश दिए. प्राचीन समय से ही पराम्परा के अनुसार देवी देवताओं की देव डोलियां कुंभ के दौरान हरिद्वार में स्नान को आती हैं, जिस दौरान बड़ी संख्या में भक्तगण उनके दर्शन करते हैं. इसी परम्परा के अनुसार, हरिद्वार कुंभ महापर्व 2021 में भी देव डोलियां हरिद्वार में कुंभ स्नान में आएंगी.
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ऋषिकेश में देव डोली होंगी एकत्रित
इस लोक संस्कृति विरासतीय शोभा यात्रा की शुरूआत 24 अप्रैल को त्रिवेणी घाट ऋषिकेश से होगी. यहां पर प्रदेश भर से ढोल नगाड़ों व स्थानीय देवी देवताओ के चिन्ह के साथ लगभग होने की संभावना है.
25 अप्रैल को हरिद्वार आगमन
इसके अगले दिन 25 अप्रैल 2021 को शोभा यात्रा का कुंभ नगरी हरिद्वार में आगमन होगा तथा सामुहिक अमृतमय स्नान ब्रहमकुंड हरकी पैडी में सम्पन्न होगा. तत्पश्चात पंतदीप में भव्य पंडाल में पूज्य संतो, श्रद्धालुओं व शासन-प्रशासन के लोगो द्वारा पूजा-अर्चना के पश्चात देव आशीर्वाद कार्यक्रम सम्पन्न होगा.
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