हरिद्वार, 17 मार्च; कुंभ मेले में अग्निशमन के लिहाज से पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. सात अग्निशमन केंद्र तैयार किए जा चुके हैं, जबकि सात अग्निशमन केंद्र बनाने का काम तेजी से चल रहा है.
अग्निशमन के बड़े वाहनों के अलावा तंग गलियों में आसानी से काम करने वाली 18 बैक पैक सेट बाइकें भी मेला क्षेत्र में मुस्तैद की गई हैं.
डीआइजी अग्निशमन ने लिया जायजा
कुंभ अर्धकुंभ में टैंट-तंबू लगे होने के चलते आग लगने का खतरा ज्यादा रहता है. हालांकि इस बार केवल सरकारी विभागों के टैंट लगे हैं, बावजूद इसके अग्निशमन के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. पिछले दिनों डीआइजी अग्निशमन मुख्तार मोहसिन ने भी हरिद्वार पहुंचकर तैयारियों का जायजा लिया था.
सात अग्निशमन केंद्र तैयार
जनपद के मुख्य अग्निशमन अधिकारी होने के साथ-साथ कुंभ मेले की व्यवस्था भी संभाल रहे सीएफओ नरेंद्र सिंह कुंवर के अनुसार अभी तक ज्वालापुर, टिबड़ी, रोड़ी, सप्तसरोवर, बैरागी कैंप, भूपतवाला, पंतद्वीप में सात अग्निशमन केंद्र बनकर तैयार हो चुके हैं. लालजीवाला में फायर लाइन भी बनकर तैयार हो चुकी है. सभी फायर स्टेशन पर पर्याप्त संख्या में अग्निशमन की टीमें मुस्तैद कर दी गई हैं.
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सात अग्निशमन केंद्र पर काम जारी
इनके अलावा गौरी शंकर, रायवाला, मुनिकी रेती, लक्ष्मण झूला, दक्षद्वीप व नीलधारा में अग्निशमन केंद्र बनाने का काम चल रहा है।
सीएफओ नरेंद्र सिंह कुंवर ने बताया कि कुंभ क्षेत्र में आठ अग्निशमन अधिकारी, 30 लीडिंग फायर मैन, 47 फायर सर्विस चालक, 163 फायरमैन तैनात किए गए हैं. अग्निशमन की टीमें फोम टेंडर छह वाहन, वाटर टेंडर छह वाहन, मिनी वाटर टेंडर तीन, बैक पैक सेट की 18 बाइकों सहित अन्य संसाधनों से लैस हैं. मुख्य अग्निशमन अधिकारी नरेंद्र सिंह कुंवर ने बताया कि कुंभ मेला क्षेत्र में सात अग्निशमन केंद्र बनकर चालू हो चुके हैं.
उत्तर प्रदेश से भी समन्वय
कुंभ के मद्देनजर उत्तर प्रदेश से भी समन्वय बनाया गया है. सीएफओ नरेंद्र सिंह कुंवर ने बताया कि पेशवाई मार्गों पर करीब 80 हाईटेंड प्वाइंट भी लगाए गए हैं. जरूरत पड़ने पर सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, बिजनौर व नजीबाबाद के अधिकारियों को भी तैयारी रखने के लिए कहा गया है.
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