मोहन भागवत से बोले संत, हरिद्वार होगी पूर्ण कुंभ भूमि
हरिद्वार, 27 जून; मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से हाल ही में कुंभ नगरी का दर्जा देने को लेकर संतों ने भागवत के सामने एतराज जताया और साफ कहा कि हरिद्वार कुंभ भूमि है और इसे ही पूर्ण कुम्भ नगरी कहा जायेगा।
बीस पर संतों ने प्रस्ताव भी पारित किया। दलितों को साथ लाने को बड़ा सम्मेलन और प्राथमिक शिक्षकों का भी बड़ा सम्मेलन के बाबत सहमति बनी लेकिन संतों ने किसी राजनीति पर चर्चा से इंकार कर दिया। भारत माता मंदिर के प्रमुख और जूना पीठाधीश्वर अवधेशानंद के गुरु स्वामी सत्यमित्रानंद ने ये बातें कहीं।
उन्होंने कहाँ कि यहाँ धर्म को लेकर बैठक हुई है। कोई राजनीतिक चर्चा या विचार नहीं हुआ है। कहाँ कि इलाहाबाद की अर्द्ध कुम्भ भूमि के नाम से जाना जाता है लेकिन हाल ही में उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी ने इलाहाबाद को पूर्ण कुम्भ नगरी घोषित कर दिया जबकि सदा से कुम्भ भूमि हरिद्वार ही रही है।
इसलिए अब हरिद्वार को पूर्ण कुंभ भूमि के नाम से जाना जाएगा। उन्होंने कहा कि तमाम कोशिश के बावजूद दलित समाज खुद को अलग मानता है। इसलिए उन्हें जोड़ने के लिए देश व्यापी सम्मेलन किया जाएगा।
स्वामी सत्यमित्रानंद महाराज ने बताया कि यूनिवर्सिटी सहित हायर एजुकेशन वालों को हम सभी सम्मानित करते हैं लेकिन जो बच्चों को बेसिक सिखाते हैं उन्हें भूल जाते हैं। इसलिए ये भी तय किया गया है कि जल्द ही अखिल भारतीय स्तर पर प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों का भी सम्मेलन कर उन्हें सम्मानित किया जाय। कहा कि हिन्दू विश्व बंधुत्व की बात करता है। वह बेहद उदार है।