हेमकुंड साहिब के कपाट खुले, पुलिस ने की बड़ी संख्या में श्रद्धालु न भेजे जाने की अपील
उत्तराखंड, 3 जून ; सिखों के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल हेमकुंड साहिब के कपाट 1 जून को खोल दिए गए. बर्फबारी की वजह से कपाट आधा घंटा देरी से खुले. साढ़े सात हजार से ज्यादा श्रद्धालु इस खास पल के साक्षी बने. हेमकुंड सरोवर में स्नान कर श्रद्धालुओं ने गुरुद्वारे में मत्था टेका. इसी के साथ लक्ष्मण मंदिर में भी पूजा अर्चना प्रारंभ हो गई है. हेमकुंड साहिब के दर्शन के लिए पहले ही दिन श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा. दस हजार से ज्यादा श्रद्धालु हेमकुंड साहिब के दर्शन के लिए पहुंचे हैं. इनमें से करीब दो हजार से ज्यादा लोगों को घांघरिया में रोका गया है. मार्ग की दुश्वारियों को देखते हुए खास तौर पर एहतियात बरती जा रही है.
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गौरतलब है कि शीतकाल में भारी बर्फबारी के कारण इस बार हेमकुंड जाने वाले पैदल मार्ग को तैयार करना किसी चुनौती से कम नहीं था, लेकिन सेना के जवानों ने अथक प्रयास के बाद बर्फ काटकर मार्ग को दुरुस्त कर दिया.
हेमकुंड साहिब आस्था पथ पर अत्यधिक बर्फ को देखते पुलिस ने यात्रियों की सुरक्षा के लिए गुरुद्वारा कमेटी से अपील की है कि एक साथ अधिक संख्या में श्रद्धालु न भेजे जाएं. पुलिस ने गुरुद्वारा कमेटी से जितना संभव हो सके, यात्रियों को घांघरियां में रोकने के लिए कहा है. हेमकुंड साहिब के कपाट एक जून को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए थे. पहले दिन ही करीब 10 हजार श्रद्धालु घांघरिया पहुंच गए थे, जिस पर गुरुद्वारा कमेटी को दो हजार श्रद्धालुओं को घांघरिया में ही रोकना पड़ा. हेमकुंड आस्था पथ पर अटालीकुंड से हेमकुंड साहिब तक करीब 6 से 15 फीट बर्फ जमी हुई है.