मथुरा, 02 मार्च; मंगलवार से होलाष्टक लगते ही श्रीकृष्ण की नगरी में होली महोत्सव अपने खुमार में दिखाई देगा. होली महोत्सव का पहला कार्यक्रम बरसाना की लठमार होली के बाद नंदगांव, जन्मस्थान-बांकेबिहारी मंदिर के बाद सात मार्च को बालकृष्ण की यशोदा मैया के गांव गोकुल में छड़ीमार होली का आयोजन होगा.
इस बार ब्रज तीर्थ विकास परिषद ने होली का नया चबूतरा बनाया है जहां कन्हैया गोपी-ग्वालों के साथ होली खेलेंगे. दरअसल गोकुल कस्बे में भगवान श्रीकृष्ण बालरूप में रहे थे. बालकृष्ण ने यशोदा मैया से होली खेलने की जिद की तो मैया ने गोपियों से कहा कि उसका लाला छोटा है. इसलिए ग्वाल और गोपी लाला के संग छड़ीमार होली खेलना. मेरे लाला के लग न जाए. तभी से गोकुल में छड़ीमार होली होती है.
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सोमवार नगर पंचायत चेयरमैन संजय दीक्षित ने बताया कि मुरलीधर घाट पर ब्रज तीर्थ विकास परिषद ने नया होली चबूतरा व सड़क का निर्माण कराया है. जहां सात मार्च की सुबह 10 बजे छड़ीमार होली होगी. जिसमें कन्हैया नंद बाबा मंदिर से डोले में विराज कर गोपी ग्वालों के साथ मुरलीधर घाट पहुंचेंगे. यहां नए चबूतरे पर गोपियों के साथ छड़ीमार होली खेलेंगे. इसके बाद टेसू फूलों के रंग व गुलाल के साथ भक्तों के साथ होली खेलेंगे. इस दौरान कन्हैया होली खेलते हुए नंद बाबा के मंदिर पहुंचेंगे.
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