होलिका दहन का शुभ मुहूर्त, कैसे करें होलिका दहन ?
होली के त्योहार से जुड़ी एक खास परंपरा है होलिका दहन। होलिका दहन होली के एक दिन पहले रात में मनाया जाता है। होलिका दहन भद्रा के बाद ही करना शुभ माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि भद्रा में होलिका दहन नहीं किया जाता है। इस बार होली 10 मार्च, 2020 को पड़ रही है। 9 मार्च को होलिका दहन की परंपरा निभाई जाएगी। 9 मार्च की शाम 6 बजकर 22 मिनट से रात 8 बजकर 49 मिनट तक के बीच होलिका दहन का शुभ मुहूर्त है।
Holika Dahan का शुभ मुहूर्त
शाम 6 बजकर 22 मिनट से रात 8 बजकर 49 मिनट तक 18:22 से 20:49
भद्रा पूंछ- सुबह 9 बजकर 37 मिनट से 10 बजकर 38 मिनट तक
भद्रा मुख- 10 बजकर 38 मिनट से दोपहर 12 बजकर 19 मिनट तक
पूर्णिमा तिथि आरंभ- सुबह 3 बजकर 3 मिनट से (9 मार्च 2020)
पूर्णिमा तिथि समाप्त- रात 11 बजकर 16 मिनट तक (9 मार्च 2020)
होलिका दहन की परंपरा भगवान विष्णु और उनके भक्त प्रहलाद से जुडी है। होलिका दहन में भी सबसे पहले माता होलिका की विधिवत पूजा होती है। उसके बाद भक्त प्रहलाद की कथा सुनाई जाती है। आम की लकड़ी के सम्मत में शुद्ध हवन सामग्री भी डाली जाती है। कपूर तथा चंदन की कुछ लकड़ी भी होती है। सब लोग फिर सामूहिक भक्ति गीत गाकर होलिका माता को प्रसन्न करते हैं। अमूमन लोग बुराई को जलाने को होलिका दहन से जोड़ते हैं और कोई न कोई बुराई खत्म करने का संकल्प लेते हैं। होलिका दहन की रात्रि में श्री विष्णुसहस्त्रनाम का पाठ करने से कई लाभ होते हैं।