होलिका दहन मुहूर्त
शाम 6 बजकर 22 मिनट से रात 8 बजकर 49 मिनट तक 18:22 से 20:49
भद्रा पूंछ- सुबह 9 बजकर 37 मिनट से 10 बजकर 38 मिनट तक
भद्रा मुख – 10 बजकर 38 मिनट से दोपहर 12 बजकर 19 मिनट तक
पूर्णिमा तिथि आरंभ – सुबह 3 बजकर 3 मिनट से (9 मार्च 2020)
पूर्णिमा तिथि समाप्त – रात 11 बजकर 16 मिनट तक (9 मार्च 2020)
होलिका पूजन की विधि
होलिका पूजन से पहले अपनी थाली पर जल का छिड़काव अवश्य करें। पूजा स्थान पर जाने से पहले भगवान गणेश और माता पार्वती को हाथ जोड़कर प्रणाम करें और पूजा स्थल की और अग्रसर हों। पूजा स्थान पर पहुंचने के बाद सबसे पहले साबूत हल्दी, चावल, मूंग, बताशा, रोली और फूल होलिका पर अर्पित करें। इसके बाद बड़गुल्लों की माला चढ़ाएं और नारियल भी अर्पित करें और फिर 3 या 5 परिक्रमा करते हुए कच्चा सूत होलिका पर बांधें।
कैसी हो होलिका पूजन की थाली
होलिका पूजन के दिन आप पूजा के लिए स्टील, पीतल या फिर तांबे की थाली ले सकते हैं। इसके बाद उस थाली में रोली, कच्चा सूत, चावल, साबूत हल्दी,मूंग रखें, थाली में फूल सजाएं और फूलों की माला भी अवश्य रखें। इसके बाद थाली में बताशे और नारियल अवश्य रखें।
थाली में बड़गुल्लों की माला भी अवश्य रखें। इसके बाद एक तांबे के लोटे में जल अवश्य लें। यदि आपके ताबें का लोटा नहीं है तो आपक स्टील के लोटे में भी जल ले सकते हैं।