कैसे रोकें मन की बक-बक को? – Sadhguru Jaggi Vasudev
सद्गुरु एक सवाल का जवाब देते हुए बताते हैं कि मन लगातार चलता क्यों रहता है। “विचारशून्यता” और “विचारहीनता” जैसे शब्दों, जिनका एक लंबे अरसे से प्रयोग किया जाता रहा है, का ज़िक्र करते हुए सद्गुरु पूछते हैं कि लाखों सालों के विकास के बाद मिले इस शानदार मन को कोई रोकना क्यों चाहेगा। वे याद दिलाते हैं कि मन समस्या नहीं है, समस्या बस इतनी है कि मन “अपनी खुद की कहानियां” बताते रहता है। सद्गुरु बताते हैं कि कैसे शांभवी महामुद्रा क्रिया इस स्थिति को बदलने का एक सोपान हो सकता है।
Courtesy : Sadhguru