रमज़ान, जान और जहान पर धर्मगुरूओं की विशेष चर्चा
- कोरोना संकट के दौरान आगामी रमजान और अन्य त्यौहारों को घर पर रहकर ही मनायें
परमार्थ निकेतन और ग्लोबल इंटरफेथ वॉश एलायंस द्वारा “रमजान, जान और जहान“ नामक विशेष और ऐतिहासिक ऑनलाइन पैनल का आयोजन किया गया, इसके माध्यम से स्वामी चिदानंद सरस्वती जी एवं अन्य मुस्लिम धर्मगुरु अपना विशेष संदेश प्रसारित किया । इसके माध्यम सेे मुस्लिम धर्मगुरूओं द्वारा अपने अनुयायियों को सकारात्मक संदेश यथा आगामी रमजान और अन्य त्यौहारों को घर पर रहकर मनायें क्योंकि जान है तो रमजान है।
इस महत्वपूर्ण चर्चा में आप सभी सोशल मीडिया बन्धु शामिल होकर इसे देश और विश्व के कोने-कोने में पहुंचाने में हमारी मदद करें इससे हम न केवल अपने आप को बल्कि अपने राष्ट्र और पूरा विश्व सुरक्षित में मदद कर सकते हैं। यह संदेश भारत सहित पूरे विश्व तक पहुंचाने हेतु आप सभी को आमंत्रण। हमें यह भी संदेश देना है कि यदि बचेगी अपनी जान तो चलती रहेगी रमजान अन्यथा न जान, न जहान न जन्नत, सब खेल खत्म इसलिये इसे गंभीरता से लें। कोरोना वायरस से डरे नहीं, लक्षण दिखायी देने पर तुरंत जांच कराये। कोरोना से बचाव के लिये घर में रहें-सुरक्षित रहें। कोरोना ने इन्सानियत पर हमला किया हैं, बात इंसानियत की हैं इसलिये आईये मिलकर इसका सामना करें।
किसी एक की गलती से किसी भी क्षेत्र पर शामत न आये, कोई भी क्षेत्र हाटस्पाट न बने इस बात का विशेष ध्यान रखे। रमजान के रोजे रखें, तरावीह की नमाज घर में ही पढें, इस समय यही सबसे बड़ी इबादत है। इस समय घर पर क्वारंटाइन हो जाना ही कुरान है। जान है तो रमजान है; बचेगी जान तो रोजे भी होंगे; ईद भी होगी इसलिये सुरक्षित रहें-घर पर रहें।
बची रहे हम सभी की जान वही है ‘‘रमजान’’। रम जाओ और जान बचाओ यही है ‘‘रमजान’’। सब से बड़ी इबादत हमारी वजह से किसी पर न आये आफत।
तरावीह हो या सरावी हो; नमाज हो या रोजे हो; ईद हो या कोई अन्य त्यौहार सब घर पर रहकर ही मनाये।
3.30-4.30 pm आईये हमारे साथ जहां पर भारत के प्रमुख मुस्लिम धर्मगुरू अपने अनुयायियों से आह्वान करेंगे कि लाॅकडाउन (तालाबंदी) के दौरान अपने घरों से रमज़ान का पालन करें।*