वाराणसी में पर्यटन स्थलों की जानकारी अब चीनी और जापानी भाषा में भी
वाराणसी, 4 जून; वाराणसी दुनिया की प्राचीन नगरी में से एक मानी जाती है. यह नगरी बौद्ध पर्यटकों के लिए भी विशेष महत्त्व रखती है. भगवान बुद्ध की प्रथम उपदेशस्थली सारनाथ के साथ ही वाराणसी देखने वाले बौद्ध पर्यटकों को अब चीनी, जापानी व थाई भाषा में भी पर्यटन स्थलों के साथ जरूरी सूचनाएं मिलेंगी.
पर्यटन विभाग ने उनकी सहूलियत के लिए हिंदी-अंग्रेजी के साथ ही विदेशी भाषाओँ में ब्रोशर प्रकाशित किया है. इन ब्रोशर में ऐतिहासिक बौद्ध मंदिरों व इस धर्म से जुड़े सभी स्थलों की विस्तार से जानकारी दी गई है.
बोधिवृक्ष, धमेख स्तूप, डीयर पार्क, संग्रहालय, मूलगंध कुटी और बौद्ध मंदिर आदि के साथ ही इसमें भारत के राष्ट्रीय चिह्न को भी समाहित किया गया है. इसे पर्यटकों के लिए सारनाथ के साथ ही एयरपोर्ट, कैंट रेलवे स्टेशन व गंगा घाट पर बने पर्यटक पुलिस के बूथों पर रखा गया है.
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पर्यटन उद्योग को विस्तारित करने के लिहाज से केंद्र सरकार ने हाल के वर्षो में बौद्ध धर्मानुयायियों की अधिकता वाले देशों पर खुद को केंद्रित किया है. इसे देखते हुए बौद्ध धर्म से जुड़े पर्यटन स्थलों की जानकारी संबंधित देशों की भाषा में ही प्रकाशित की जा रही है, ताकि उन्हें किसी तरह की परेशानी से बचाते हुए सुविधाएं दी जा सकें.