सर्वधर्म सम्मलेन में लाखों लोगों को किया आचार्य लोकेश व विभिन्न धर्माचार्यों ने संबोधित
अहिंसा विश्व भारती के संस्थापक प्रख्यात जैन आचार्य डा. लोकेश मुनि जी, भारतीय सर्वधर्म संसद के संयोजक गोस्वामी सुशील जी महाराज, अखिल भारतीय इमाम संगठन के अध्यक्ष इमाम उमर अहमद इलियासी जी, इंटरनेशनल महाबोधि मैडिटेशन सेंटर के अध्यक्ष भिक्खू संघ सेना जी, बंगला साहिब गुरु द्वारा के चेयरमैन परमजीत सिंह चंडोक जी ने सद्भावना महापंचायत द्वारा धार्मिक सहिष्णुता, समाज में आपसी भाईचारा और सद्भावना बढ़ने के उद्देश्य से होडल हरियाणा में आयोजित सर्वधर्म सम्मलेन को संबोधित किया।
आचार्य लोकेश ने इस अवसर पर कहा कि अनेकता में एकता भारतीय संस्कृति की विशेषता है, सर्वधर्म सद्भाव उसका मूल मंत्र है। विकास के लिए शांति जरूरी है और सर्वधर्म सद्भाव से ही शांति संभव है। समाज में सभी धर्मो के अनुयायी आपसी सद्भाव के साथ जब समाज के उत्थान के लिए कार्य करते है तभी समाज का कल्याण संभव है। आचार्य लोकेश ने कहा की समाज के विभिन्न वर्गों, सम्प्रदायों में मतभेद, विचारभेद होना स्वाभाविक है। मतभेद लोकतंत्र में विकास का मार्ग प्रशस्त करता है | मतभेद जब मनभेद में बदल जाता है तब समस्या उत्पन्न होती है | अनेकांत शैली पर आधारित वार्ता के द्वारा, संवाद के माध्यम से सभी मतभेदों को दूर कर समन्वय स्थापित किया का सकता है।
आचार्य लोकेश ने कहा भारत सर्वधर्म सद्भाव और धार्मिक सहिष्णुता की मिसाल है। भारत में सभी प्रान्तों में हर धर्म को मानने वालों अपने रीति रिवाज, धार्मिक स्थलों पर पूजा अर्चना करने की पूर्ण स्वतंत्रता है। भारत की यही अनेकता में एकता की सभ्यता विश्व शांति का आधार बन सकती है |जरुरत है भारतीय सभ्यता को विश्व जनमानस तक पहुँचाने की |
होडल चोबीसी (24 गांवों का संगठन ) द्वारा महारानी किशोरी मेमोरियल कन्या विद्यालय मैदान, होडल हरियाणा में आयोजित सम्मलेन में लाखों की संख्या में भाग लेकर सर्वधर्म सद्भाव की ओर एक महत्वपूर्ण कदम बढाया।