अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2018 : रशिया और इंडोनेशिया के कलाकारों ने श्रीकृष्ण और राधा को सजीव किया
राज्यमंत्री कर्णदेव काम्बोज व विधायक सुभाष सुधा ने किया चौथे दिन की सांस्कृतिक संध्या का शुभारम्भ, राज्यमंत्री कर्णदेव कम्बोज ने किया कलाकारों को सम्मानित
कुरुक्षेत्र। भारतीय लोक कलाकारों के साथ-साथ रशिया और इंडोनेशिया के लोक कलाकारों ने अपने लोकनृत्यों के माध्यम से भगवान श्रीकृष्ण और राधा की लीलाओं के दर्शन करवाने का काम किया। इन लोकनृत्यों को देखकर पंडाल में बैठे सभी दर्शक दंग रह गए और तालियां बजाकर विदेशी कलाकारों का हौसला बढ़ाने का काम किया।
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2018 के चौथे दिन की सांस्कृतिक संध्या को एतिहासिक बनाने का काम रशिया, इंडोनेशिया के साथ-साथ अन्य कलाकारों ने किया। इस सांस्कृतिक संध्या को शुभारम्भ रविवार को देर सांय हरियाणा के खाद्य आपूर्ति राज्य मंत्री कर्णदेव कम्बोज, विधायक सुभाष सुधा और नगर परिषद की अध्यक्षा उमा सुधा ने किया। इस कार्यक्रम में राज्यमंत्री ने रशिया, इंडोनेशिया, सजदा के विजयवर्धन व परमजीत, डांस ड्रामा ग्रुप की कलाकार सुनीता धारीवाल व अभिवंदन को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।
महोत्सव की सांस्कृतिक संध्या में रशिया और इंडोनेशिया के कलाकारों की प्रस्तुति देखने के लिए सैंकड़ो की संख्या में पर्यटक पंहुचे। इन कलाकारों ने भगवान श्रीकृष्ण और राधा की लीलाओं और प्रेम को दर्शा कर यह दिखाने का प्रयास किया कि राधा और कृष्ण एक ही हैं।
इसके साथ ही इन कलाकारों ने कत्थक नृत्य के माध्यम से भगवान श्रीकृष्ण और राधा किस प्रकार आनन्दित होकर अपनी खुशी का ईजहार करते हैं, को दिखाने का अनोखा प्रयास किया। इस प्रस्तुति से पहले सुनीता धारीवाल व अभिनंदन ने डांस ड्रामा के जरिए महाभारत के प्रत्येक क्षण और भगवान श्रीकृष्ण व राधा की लीलाओं को दिखा कर सबका मन जीत लिया। इस प्रस्तुति के साथ ही विजयवर्धन और परमजीत ने सजदा कार्यक्रम के जरिए भजनो की प्रस्तुति दी और इस प्रस्तुति को सभी ने खूब सराहा।