kedarnath yatra 2025: केदारनाथ धाम के कपाट कब खुलेंगे?
केदारनाथ मंदिर के कपाट वर्ष 2025 में 2 मई की सुबह 7:00 बजे विधि-विधान के साथ श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे।
यह तिथि महाशिवरात्रि (26 फरवरी 2025) के अवसर पर पंचांग गणनाओं के अनुसार ऊखीमठ में घोषित की गई थी।
पंचमुखी डोली यात्रा
28 अप्रैल 2025 को भगवान केदारनाथ की पंचमुखी डोली ऊखीमठ से गौरीकुंड होते हुए केदारनाथ धाम पहुँचेगी।
यह यात्रा विभिन्न स्थलों पर रुकते हुए भक्तों को दर्शन का अवसर प्रदान करती है।
यात्रा कैसे करें?
i. रजिस्ट्रेशन (पंजीकरण)
यात्रा से पहले उत्तराखंड सरकार की आधिकारिक वेबसाइट या यात्रा ऐप के माध्यम से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है।
ii. आवश्यक दस्तावेज़
आधार कार्ड या कोई वैध पहचान पत्र
कोविड वैक्सीनेशन प्रमाणपत्र (यदि सरकार द्वारा आवश्यक बताया गया हो)
मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट (60 वर्ष से ऊपर के लिए विशेष रूप से)
यात्रा मार्ग
दिल्ली → हरिद्वार/ऋषिकेश → सोनप्रयाग → गौरीकुंड → केदारनाथ
गौरीकुंड से केदारनाथ तक लगभग 16-18 किमी की पैदल यात्रा होती है।
विकल्प: घोड़ा/खच्चर, डंडी, कंडी या हेलीकॉप्टर सेवा
हेलीकॉप्टर सेवा
फाटा, गुप्तकाशी, और सिरसी से केदारनाथ के लिए हेलीकॉप्टर सेवा उपलब्ध है।
टिकट बुकिंग केवल अधिकृत वेबसाइटों या काउंटर से करें।
स्वास्थ्य एवं सुरक्षा प्रबंधन
नए अस्पताल: केदारनाथ में 17 बेड और बद्रीनाथ में 45 बेड के अस्पताल बन रहे हैं।
एम्बुलेंस: यात्रा मार्ग पर 154 एम्बुलेंस (17 एडवांस लाइफ सपोर्ट) तैनात रहेंगी।
हेल्पलाइन और मेडिकल कैंप: हर 2-3 किमी पर सहायता केंद्र और प्राथमिक चिकित्सा सुविधा होगी।
ठहरने की व्यवस्था
GMVN (Garhwal Mandal Vikas Nigam) द्वारा संचालित गेस्ट हाउस, टेंट और धर्मशालाएँ उपलब्ध हैं।
अग्रिम बुकिंग की सलाह दी जाती है, खासकर मई-जून जैसे पीक सीजन में।
यात्रा सुझाव
यात्रा के लिए शारीरिक और मानसिक तैयारी आवश्यक है।
गर्म कपड़े, दवाइयाँ, टॉर्च, पावर बैंक, पानी की बोतल, ऊर्जावान खाद्य पदार्थ साथ रखें।
मौसम की जानकारी प्रतिदिन चेक करें।
~ रिलीजन वर्ल्ड ब्यूरो