Kumbh 2019 : मौनी अमावस्या स्नान सकुशल सम्पन्न कराने हेतु प्रशासन की सारी तैयारियां पूरी
- मौनी अमावस्या के दिन 40 घाटों पर 8 किमी क्षेत्र में अनुमानत – 3 करोड से अधिक श्रद्वालु करेंगे स्नान
कुम्भ/प्रयागराज/3 फरवरी 2019/ मौनी अमावस्या स्नान को लेकर मेला प्रशासन ने सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम किये हैं। मेले में श्रद्वालुओं/स्नानार्थियों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिये मेला प्रशासन पूरी तरह सजग और सतर्क है तथा हर स्थिति पर पैनी नजर रखे हुये है। श्रद्वालुओं की सुविधा व सुरक्षा को लेकर लगातार माइक्रो लेविल पर तैयारियांं की समीक्षा की गयी है तथा रिहर्सल भी किया गया है। रेलवे, चिकित्सा, सुरक्षा, बस अडडों आदि स्थलों का निरीक्षण किया गया है। अखाडों व संत-महात्माओं के साथ समन्वय व सामंजस्य बनाकर शाही स्नान कराया जाएगा। कहीं पर किसी भी प्रकार की कोई अप्रिय घटना न होने पाये, इसके लिये कुम्भ मेला व जिला प्रशासन जल, थल और नभ से निगरानी करते हुये सजग है।
यह जानकारी आज यहां कुम्भ मेला क्षेत्र के काली सडक पर बने राष्ट्रीय मीडिया सेन्टर में प्रेसवार्ता करते हुये प्रयागराज मण्डल के कमिश्नर डा0 आशीष कुमार गोयल ने दी। उन्होंने कहा कि दिव्य कुम्भ व भव्य कुम्भ का सकारात्मक संदेश पूरे विश्व में जा रहा है। इस संदेश से प्रयागराज का स्वरूप बदलेगा और रोजगार के साधन भी बढेंगे। प्रयागराज के लोग इससे लाभान्वित होंगे। उन्होंने बताया कि आज हेलीकाप्टर से एडीजी व आईजी के साथ मेला का भ्रमण किया गया है। कन्ट्रोल रूम के साथ आपदा प्रबंधन की लगातार बैठकें की जा रही हैं और व्यवस्था को मुकम्मल स्वरूप प्रदान किया गया है। मौनी अमावस्या स्नान के चलते 500 शटल बसों की निःशुल्क व्यवस्था की गयी है। आज पूर्वान्ह 11 बजे तक 2.50 लाख लोगों को शटल बस की सेवा दी गयी है। मेला क्षेत्र के साथ मुख्य मार्गो पर पेयजल की उचित व्यवस्था की गयी है तथा श्रद्वालुओं के लिये रैन बसेरों के इंतजाम किये गये हैं। प्रयागराज की गरिमा को और अधिक बढाने के लिये हर स्तर पर ठोस व प्रभावी इंतजाम किये गये हैं। डा0 आशीष गोयल ने बताया कि कुम्भ मेला क्षेत्र में जितने भी स्नान घाट बनाये गये हैं वह सभी संगम ही है। इसलिये जो श्रद्वालु जिस क्षेत्र से आयें, वह अपने नजदीकी उसी क्षेत्र के घाट पर स्नान करें। यह उनके लिये सुगम होगा।
एडीजी एस0एन0 सावत ने बताया कि अखाडों के शाही स्नान के लिये समय सारिणी के अनुसार अखाड़ों का शाही स्नान संगम नोज पर सुबह 6.15 बजे से शुरू हो जाएगा। सबसे पहले श्री पंचायती अखाडा महानिर्वाणी/श्री पंचायती अटल अखाड़ा स्नान करेंगे। उसके बाद पंचायती निरंजनी अखाड़ा, तपोनिधि श्री पंचायती आनन्द अखाडा 7.05 बजे संगम तट पर पहुंचेगे। उसके बाद पंचदशनाम जूना अखाडा/श्री पंच दशनाम आवाहन अखाडा/श्री शम्भू पंच अग्नि अखाडा 8 बजे घाट पर पहुंचेगे। उसके बाद अखिल भारतीय श्री पंचनिर्वाणी अनी अखाडा 10.40 बजे, अखिल भारतीय श्री पंच दिगम्बर अनी अखाडा 11.20 बजे, अखिल भारतीय श्री पंच निर्मोही अनी अखाडा 12.20 बजे स्नान करेंगे। उसी तरह श्री पंचायती अखाडा नया उदासीन अपरान्ह 1.15 बजे, श्री पंचायती अखाडा बडा उदासीन 2.20 बजे, श्री पंचायती अखाडा निर्मल 3.40 बजे स्नान करने हुये स्नान घाट पहुंचेगे।
डी0आई0जी0 ने बताया कि फोर्स भी बढा दी गयी है। आपातकालीन योजना भी बनाई गयी है। अखाडों से सम्पर्क मेला प्रशासन बनाये हुये है। मेला प्रशासन ने अपील किया है कि श्रद्वालु एवं स्नानार्थी जिस क्षेत्र में आ रहे हैं उसी क्षेत्र में स्नान करें।
मेलाधिकारी विजय किरन आनन्द ने बताया कि सफाई व्यवस्था के लिये अभूतपूर्व प्रबंध किये गये हैं। पर्याप्त संख्या में शौचालयों का निर्माण कराया गया है। सफाई व्यवस्था पर नजर रखी जा रही है। जोन वाइज यातायात की व्यवस्था की गयी है। 3, 4 व 5 फरवरी को अक्षयवट व सरस्वती कूप का दर्शन प्रतिबन्धित किया गया है। बैरिकेटिंग लगाकर सुरक्षा बलों को निर्देश दिये गये हैं कि कोई बैरिकेडिंग का उल्लंघन न करें। आईसीसीसी के माध्यम से पूरे मेला पर नजर रखी जा रही है। उन्होंने बताया कि यातायात व्यवस्था एक दिन पूर्व से लागू हो गयी है। दिनांक 02 फरवरी 2019 को सायं 18ः00 बजे के बाद से जौनपुर दिशा से आने वाले वाहनों को निर्धारित पार्किंगों में पार्क कराया जायेगा व दिनांक 03 फरवरी 2019 को कटका से आगे कोई ई-रिक्शा नहीं चलेगा। शास्त्री ब्रिज पर आवागमन प्रतिबन्धित रहेगा व सायं 16ः00 बजे के बाद से दो-पहिया वाहनों पर भी प्रतिबन्ध रहेगा। इससे पूर्व पीपा पुल वर्कशाप पार्किंग एवं महुआबाग पार्किंग में दो-पहिया वाहनों को पार्क कराया जा सकेगा। कुम्भ मेला क्षेत्र के अन्दर 3 फरवरी की रात्रि से ही ई-रिक्शा का संचालन प्रतिबन्धित रहेगा तथा सड़क पर भीड़ का आंकलन करके आवश्यकता पड़ने पर 03 फरवरी की शाम से ही ई-रिक्शा को मेला क्षेत्र में रोक दिया जायेगा। जौनपुर की तरफ से आने वाले श्रद्धालुओं को उत्तरी झॅूसी अन्तर्गत सेक्टर 5, 13, 14 व 15 के स्नान घाटों पर स्नान करने की सुविधा होगी। वाराणसी की तरफ से आने वाले श्रद्धालुओं के वाहनों पर दिनांक 2, 3 व 4 फरवरी 2019 को जौनपुर दिशा की भॉति ही प्रतिबन्ध रहेगा तथा वाराणसी की ओर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए दक्षिणी झूॅसी के सेक्टर 16 व 17 में बने स्नान घाटों पर स्नान करने की सुविधा होगी। फाफामऊ की तरफ, लखनऊ अथवा प्रतापगढ़ की ओर से आने वाले वाहनों के लिए दिनांक 02 फरवरी 2019 की सायं 18ः00 बजे तक चन्द्रशेखर सेतु पार करके शहरी क्षेत्र के पार्किंगों व मेला क्षेत्र के बक्शी बॉध अथवा बड़ा बघाड़ा पार्किंग में पार्क करने की सुविधा रहेगी। दिनांक 03 फरवरी 2019 को प्रातः 06ः00 बजे के बाद से यू.पी. 70 रजिस्ट्रेशन वाले वाहनों के अतिरिक्त अन्य सभी वाहनों का चन्द्रशेखर सेतु पर शहर की ओर आना प्रतिबन्धित रहेगा। कानपुर की तरफ से आने वाले वाहनों को 02 फरवरी 2019 से बालसन चौराहा से पहले के पार्किंगों व शहरी क्षेत्र के पार्किंगों में पार्क कराया जायेगा। उन्हें बालसन चौराहे से आगे मेला क्षेत्र की तरफ आने की अनुमति नहीं होगी। इस ओर से आने वाले वाहनों को 02 फरवरी को नेहरु ग्राम सैन्य भूमि में पार्क कराया जायेगा तथा दिनांक 03 फरवरी 2019 को कोखराज से डायवर्ट करके बेला कछार पार्किंग में भेजकर पार्क कराया जायेगा जहॉ से स्नानार्थी सेक्टर-06 व 07 के स्नान घाटों पर स्नान कर सकेंगे। सेक्टर 06 व 07 के स्नान घाटों पर अत्याधिक भीड़ होने पर कानपुर से आने वाले वाहनों को कोखराज से डायवर्ट करके सीधे सहसों बाई-पास होकर चीनी मिल, पूरे सूरदास व समयामाई के पार्किंगों में भेजकर पार्क कराया जायेगा। चन्द्रशेखर सेतु से होकर आने वाले वाहनों की वापसी धूमनगंज होते हुए कानपुर मार्ग पर किया जायेगा जिससे फाफामऊ से आगे जाम न लगे। इसके अतिरिक्त किये गये यातायात प्रबन्धों के अन्तर्गत रोडवेज व रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की वापसी हेतु समुचित मात्रा में बसों को रिजर्व रखे जायेंगे। मिर्जापुर अथवा रीवां/चित्रकूट की ओर से आने वाले वाहनों को दिनांक 02 फरवरी 2019 की सायं 18ः00 बजे के बाद से नैनी की तरफ बनाये हुए पार्किंगों में पार्क कराया जायेगा। इसके अतिरिक्त 03 व 04 फरवरी 2019 को आकस्मिक सेवाओं के अतिरिक्त अन्य समस्त वाहनों का नये यमुना ब्रिज पर आवागमन प्रतिबन्धित रहेगा। पुराने यमुना ब्रिज पर 03 फरवरी को वाहनों के आवागमन पर कोई प्रतिबन्ध नहीं रहेगा परन्तु दिनांक 04 फरवरी का वी.आई.पी. वाहन (मा० न्यायाधीश आदि) एवं आकस्मिक सेवाओं से सम्बन्धित तथा यू.पी. 70 रजिस्ट्रेशन वाले वाहनों का ही संचालन किया जायेगा। अरैल घाट की तरफ वाहनों की पार्किंग के लिए रविप्रयागम्, एग्रीकल्चर इन्स्टीट्यूट, देवरख से स्नान घाट हेतु पैदल तथा सरस्वती हाईटेक सहित धनुहा, एफ.सी.आई. के पार्किंगों से मेला क्षेत्र के निकट तक ई-रिक्शा द्वारा श्रद्धालुओं के जाने की सुविधा उपलब्ध होगी। उक्त द्वय अधिकारियों ने यह भी बताया कि मौनी आमावस्या को अत्याधिक भीड़ की सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए 3, 4 व 5 फरवरी 2019 को अक्षयवट बन्द रहेगा। उन्होंने कहा है कि जो श्रद्धालु जिस क्षेत्र से आयेंगे, वे भीड़ के बचने के लिए उसी क्षेत्र में बने स्नानघाट पर नहायें तो उचित होगा। उन्होंने प्रयागराज शहरवासियों सहित सभी श्रद्धालुओं से इस कुम्भ में मेला प्रशासन का सहयोग करने की अपील की है।
डीआईजी/एसएसपी कुम्भ मेला श्री के0पी0 सिंह ने मौनी अमावस्या को दृष्टिगत रखते हुए पुलिस प्रबन्धन के विषय में बताया कि मौनी अमावस्या के अवसर पर पुलिस फोर्स के व्यापक प्रबन्ध किये गये हैं। सुविधा एवं व्यवस्था को सुचारु रखने के दृष्टिगत सम्पूर्ण मेला क्षेत्र को 10 जोन एवं 25 सेक्टर (सर्किल) में बॉटा गया है। प्रत्येक जोन का प्रभार अपर पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारी को तथा प्रत्येक सेक्टर का प्रभार पुलिस उपाधीक्षक स्तर के अधिकारी को दिया गया है। मेले में बनाये गये 40 थानों पर प्रभारी निरीक्षक स्तर के अधिकारी तथा 58 चौकियां पर उपनिरीक्षक स्तर के अधिकारी तैनात रहेंगे। आपातकाल हेतु 43 फायर स्टेशन व 15 सब-फायर स्टेशनों, कुल 58 फायर स्टेशनों के साथ 40 फायर वाच टॉवर एवं 96 कन्ट्रोल वाच टॉवर स्थापित किये गये हैं। तत्कालिक एवं निर्बाध संवाद के लिए 12 वायरलेस ग्रिड तथा एक इंटीग्रेटेड कमाण्ड कन्ट्रोल सेंटर (आई.सी.सी.सी.) स्थापित किया गया है। मेला क्षेत्र में 440 सी.सी. टी.वी. कैमरों की मदद से सतत् निगरानी की जायेगी। संगम क्षेत्र को झॅूसी क्षेत्र से जोड़ने के लि 17, अरैल को झॅूसी से जोड़ने के लिए 3 और फाफामऊ को नगर से जोड़ने के लिए 2 व कुल 22 पीपे के पुल बनाए गए हैं। श्रद्धालुओं को स्नान कराने के लिए संगम एवं संगम प्रसार क्षेत्र सहित 41 स्नान घाट विकसित किये गये है। कुम्भ मेला 2019 को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए राजपत्रित अधिकारियों सहित भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गयी है। मेल क्षेत्र में 50 पुलिस उपाधीक्षक, 13 अपर पुलिस अधीक्षक, 21 सहायक पुलिस अधीक्षक सहित एक-एक पुलिस अधीक्षक व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक भी तैनात हैं। 6500 होमगार्ड व 398 रिक्रूट आरक्षी के साथ-साथ 7425 आरक्षी, 756 मुख्यआरक्षी, 696 उपनिरीक्षक व 72 निरीक्षकों की तैनाती की गयी है। रेडियो शाखा के एक एस.आर.ओ., 2 एडिशनल एस.आर.ओ., 6 ए.आर.ओ., 17 आर.आई. सहित 535 अधिकारी/कर्मचारीगण तैनात हैं। इसी प्रकार अग्निशम शाखा के 1 उपनिदेशक, 10 अग्निशमन अधिकारी, 22 एफ.एस.ओ., 49 एफ.एस.एस.ओ. सहित 871 अधिकारी/कर्मचारीगण तैनात हैं। पी.ए.सी. की कानून व्यवस्था हेतु 14 कम्पनियां व बाढ़ राहत हेतु 6 कम्पनियॉ तैनात हैं। सी.ए.पी.एफ. की कुल 37 टीमें, एन.डी.आर.एफ. 10 व एस.डी.आर.एफ. की 2 टीमें तैनात की गयी हैं। उत्तराखण्ड पुलिस से भी 1 पुलिस उपाधीक्षक, 5 निरीक्षक, 20 उपनिरीक्षक, 35 मुख्यआरक्षी, 65 आरक्षी एवं पी.ए.सी. की 2 कम्पनी तैनात की गयी है। साथ ही एस.टी.एफ. की 1 टीम, ए.टी.एस. की 2 टीम, एन.एस.जी. की 1 एडवांस टीम, बी.डी.डी.एस. की 5 टीम, ए.एस. चेक की 18, 12 डॉग स्क्वॉड टीम तथा 2 टीम स्पॉटर्स की तैनात है। उन्होंने यह भी बताया कि संदिग्ध व्यक्तियों/वस्तुओं के तलाश हेतु समय-समय पर आपरेशन स्वीप चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 1000 फोर्स और बढ़ाई जा रही है। 2100 वालंटियर्स, प्रशिक्षित कर लगाये जायेंगे तथा एक कम्पनी बाढ़ राहत की और लगाई जायेगी।
उन्होंने बताया कि सिक्योरिटी प्लान बहुत ही पुख्ता बनाया गया है। श्रद्वालुओं से अपेक्षा की गयी है कि वह धूपबत्ती, फूल-माला आदि नदी में प्रवाहित न करें तथा जहां पर पुलिस बल व प्रशासन के अधिकारी लगाये गये हैं वहां पर वे श्रद्वालुओं की सहायता व मार्ग दर्शन करेंगे। उन्होंने अपेक्षा की कि जो बाहर से श्रद्वालु आ रहे हैं वह अपनी गाडियों को पार्किंग स्थलों पर ही खडा करें, जिससे मेला व शहर में अनावश्यक दबाव न बढे और स्नानार्थियों को कोई असुविधा न होने पाये।
उन्होंने बताया कि मीडियाकर्मियों के आने के लिये व समन्वय के लिये एसपी क्राइम को जिम्मेदारी दी गयी है जिनका मो0 नम्बर 9454401908 है। मीडियाबन्धुओं को यदि कवरेज के दौरान कहीं कोई असुविधा हो तो उनके नम्बर पर सम्पर्क कर सकते हैं और मेले में किसी घटना की जानकारी देने के लिये अपर पुलिस अधीक्षक मीडिया सेल इन्चार्ज राहुल श्रीवास्तव को नामित किया गया है। उनसे जानकारी ली जा सकती है। मेले में पर्याप्त मात्रा में मजिस्ट्रेट व पुलिस के उच्चाधिकारियों के साथ-साथ पैरामिलेट्री फोर्स, एन0डी0आर0एफ0, जल पुलिस, व नाविकों की व्यवस्था की गयी है और उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये हैं। उन्होंने बताया कि पास धारक मीडियाकर्मियों के आवा-जाही के लिये लाल सडक खुली रहेगी। इस अवसर पर जिलाधिकारी प्रयागराज सुहास एल0वाई, आई0जी0 मोहित अग्रवाल, एस0एस0पी0 प्रयागराज नितिन तिवारी, सूचना निदेशक शिशिर प्रमुख रूप से मौजूद रहें।
उनकी गठरी अपना सिर अभियान चलाकर होमगार्डस वृद्ध, असहाय श्रद्धालुओं की गठरी स्नान घाट तक पहुॅचा कर करा रहे हैं स्नान।
कुम्भ/प्रयागराज/03 फरवरी 2019/ कुम्भ मेला क्षेत्र में आने वाले वृद्ध, असहाय, दिव्यांग तथा अशक्त श्रद्धालु के लिए श्रवण कुमार स्नान का पुनीत कार्य करा रहे हैं। उन विशिष्ट श्रद्धालुओं को व्हीलचेयर तथा अन्य माध्यमों से संगम तक पहुॅचा रहे है। यह जानकारी कुम्भ मेलाधिकारी होमगार्डस श्री बृजेश कुमार मिश्रा ने दी। उन्होंने बताया कि कुम्भ मेला क्षेत्र में लगे 10 हजार 515 होमगार्डस 24 घण्टे निरंतर रुप से सेवा दे रहे है। पूरे मेला क्षेत्र में 22 होमगार्डस लाइन बनाये गये हैं जिनमें गार्ड आवासित हैं। श्री मिश्र ने बताया कि उनके नेतृत्व में मेला क्षेत्र में होमगार्डस विभाग के द्वारा ”उनकी गठरी अपना सिर“ नामक नया अभियान संचालित किया जा रहा है। जिसके तहत असहाय, दिव्यांग, वृद्ध तथा चलने-फिरने में असमर्थ श्रद्धालु की गठरी को होमगार्डस जवान तथा अधिकारीगण सिर पर उठाकर संगम स्नान में सहयोग कर रहे हैं। उनकी गठरी अपना सिर नामक अभियान मेला क्षेत्र में आश्चर्य का विषय बना हुआ है।
कुम्भ मेलाधिकारी होमगार्डस ने बताया कि होमगार्ड विभाग की महत्वकांक्षी श्रवण कुमार योजना का कुम्भ मेला में प्रभावी ढ़ंग से क्रियान्वयन किया जा रहा है। कुम्भ मेला 2019 में दिव्यांगजन, वृद्ध, असहाय श्रद्धालु योजना के लाभ के लिए होमगार्डस कन्ट्रोल रुम नं. 0532-2566277 पर सम्पर्क करके सहयोग प्राप्त कर सकते हैं। साथ ही होमगार्ड के जवान बस स्टेशनो, रेलवे स्टेशनों तथा अन्य चर्चित स्थानों से विभाग के वाहनों की व्यवस्था कराने के साथ-साथ विभागीय कर्मचारियां की मदद से असहाय तीर्थ यात्रियों को स्नान करा रहे है। उन्होंने बताया कि मेला क्षेत्र में लगे हजारो होमगार्डस के जवान भूल-भटके श्रद्धालु, बच्चों तथा वृद्धों को भूले-भटके शिविर में पहुॅचाने का पुनीत कार्य कर रहे है। तरह कुम्भ मेला क्षेत्र के संचालन में होमगार्डस बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।